बागेश्वर आज दिनांक 3 जून 2024 को शिक्षक एसोसिशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा की अध्यक्षता में एक ऑनलाइन बैठक की गई बैठक में सरकारी माध्यमिक विद्यालय में आहरण वितरण अधिकारी एवं खंड स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी एवं उप शिक्षा अधिकारी का दायित्व लिपिकीय संवर्ग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों का विरोध किया गया. इस संबंध में निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड को मेल के माध्यम से विज्ञापन प्रेषित किया गया बैठक में प्रांतीय महामंत्री महेंद्र प्रकाश, प्रांतीय उपाध्यक्ष डी आर बाराकोटी, प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय बैरवाण, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष अनूप कुमार पाठक, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र ग्वासीकोटी, अनिल कुमार, एम एल सोनीयाल आदि शिक्षक पदाधिकारी उपस्थित रहे. ज्ञापन में कहा गया कि समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कि प्रदेश के हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट स्कूलों में प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्य के पद रिक्त होने पर आहरण वितरण अधिकारी एवं ब्लॉक में उप शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी का दायित्व लिपिक संवर्ग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों को दिए जाने का निर्णय लिया गया है.यह शिक्षकों के संवर्गीय हेतु के विरुद्ध है. विद्यालय प्रबंधन में इसके दूरगामी परिणाम अंतर्विरोध पैदा करने वाले होंगे. इससे शिक्षकों के मनोबल में गिरावट आएगी. शिक्षक अपनी शैक्षिक अरहर्ता,अनुभव,पद व वेतन के मामले में लिपिकीय संवर्ग से ऊपर है. उसकी विभागीय पदोन्नति नहीं हो रही है तो इसके लिए प्रत्यक्ष रूप से विभागीय प्रणाली उत्तरदाई है. वर्तमान में प्रदेश के 1500 से अधिक माध्यमिक विद्यालय मुखिया विहीन है.ऐसी स्थिति में इन रिक्त पदों पर संपूर्ण विद्यालय के संचालन का दायित्व शिक्षक कुशलता पूर्वक कर रहे हैं. इन पदों पर उन्हें ही आहरण वितरण अधिकारी का दायित्व दिया जाना चाहिए. इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए शीघ्र ही इन पदों पर अस्थाई या स्थाई रूप से पदोन्नति की जानी चाहिए. शिक्षक एसोसिएशन लिपिक संवर्ग के मुख्य प्रशानिक अधिकारियों को शैक्षिक संवर्ग में उपर्युक्त दायित्व दिए जाने के आदेश को वापस लिए जाने का अनुरोध करता है. अतएव, महोदय से अनुरोध हैं उपर्युक्त आदेश को शिक्षक व विद्यालय हित में शीघ्रता से वापस लिए जाने की कृपा कीजियेगा. ऐसा न किए जाने की स्थिति में शिक्षक एसोसिएशन इस व्यवस्था के विरुध हर संभावित कदम उठाने के लिए संघर्षरत रहेगा.