ऋषिकेश चंद्र को मिली डाॅक्ट्रेट की मानद उपाधि! चंद्रशेखर मूलतः उत्तराखंड के जनपद बागेश्वर पट्टी- खरेही ग्राम- लोब के रहने वाले हैं वर्तमान में मंडी सहायक के पद पर K.U.M.S. ऋषिकेश में कार्य कार्यरत हैं. तथा वर्तमान में फेडरेशन के उपाध्यक्ष पद पर भी हैं. इनके सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान को देखते हुए इन्हें 14 सितंबर 2024 को हिंदी दिवस के अवसर पर मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड मैजिक एंड आर्ट्स यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित फरीदाबाद एन सी आर दिल्ली में पुरस्कार समारोह में डॉक्ट्रेट मानक उपाधि प्रदान की गई. इस अवसर पर अतिथि डॉक्टर गणगल्ला विजय कुमार तेलुगु फिल्म अभिनेता निर्माता और निर्देशक सामाजिक कार्यकर्ता, विक्रम सिंह यात्री पूर्व किशोर न्यायाधीश किशोर न्यायालय पलवल, जसवंत सिंह पंचायत अधिकारी शासन हरियाणा, पृथ्वी यादव पंचायत सचिव शासन हरियाणा, खुशी गुलाटी और उनकी टीम, मिमिक्री आर्टिस्ट अमित अधिवक्ता अंतरराष्ट्रीय मिमिक्री कलाकार, जादूगर डॉक्टर सी .पी. यादव विश्व प्रसिद्ध झा जादूगर इंडिया’एस गोट टैलेंट कलाकार और मैजिक बुक का रिकॉर्ड के अध्यक्ष, सुष्मिता डे निर्देशक पी एच एच डी मैजिक बुक का रिकॉर्ड फाउंडेशन, उपस्थित रहे. चंद्रशेखर द्वारा पूर्व में भी बाबा साहब के अनुयाई के रूप में विगत 25 वर्षों जरूरतमंद शोषित व वंचित समाज के उत्थान और उन्हें जागृत करने के लिए अपना योगदान देते आ रहे हैं! इस संबंध में इनके द्वारा कई संगठनों में पदाधिकारी रहकर उपरोक्त लोगों के अधिकारों के लिए अपनी सरकार से आवाज उठाई और उन्हें न्याय दिलाने के लिए सामाजिक संघर्ष में मुखर होकर प्रतिभाग किया डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अन्य के रूप में तथा संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज का विभिन्न क्षेत्रों में जाकर उनके जन्मदिवस मनाने हेतु शोभायात्रा और रैली निकालकर कई कार्यक्रम के साथ-साथ भंडारा का भी आयोजन किया। कई जगह पर जाकर अपने समाज के गरीबों के उत्थान के लिए भी कार्य किया. अपने समाज को संगठित कर उनके संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के लिए संगठन पदाधिकारी रहकर भी कार्य किया. कई जगहों पर दलित उत्पीड़न के मामले आते हैं. उनको भी दंड दिलाने एवं न्याय दिलाने हेतु भी कार्य किया है . इसके अतिरिक्त सरकारी सेवक होने के बावजूद भी अखिल भारतीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में दर्जनों लोगों का इलाज करवाने के लिए सहयोग और समय-समय पर उनकी अपनी क्षमता की आर्थिक मदद की. पूर्व में भी चंद्रशेखर को डॉक्टर अंबेडकर एक्सीलेंस अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. तथा उत्तराखंड एस.सी.एस.टी एम्पलाइज फेडरेशन के दो बार प्रांतीय उपाध्यक्ष की पद पर निर्वाचित हो चुके हैं!

