
अल्मोड़ा आज दिनांक 30 जुलाई 2025 को परियोजना प्रबन्धक स्वजल ने बताया कि जनपद अल्मोड़ा में भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा देशव्यापी स्वच्छ भारत सर्वेक्षण ग्रामीण-2025 की शुरुआत कर दी गई है। रिसर्च एजेंसी एम्स के वरिष्ठ फील्ड अधिकारी राकेश चौहान एवं शुभम भट्ट के निर्देशन में प्रशिक्षित सर्वेक्षण कर्ताओं की टीमें विभिन्न जिलों में जाकर सर्वेक्षण कार्य कर रही है। जिसके द्वारा देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की प्रगति का मूल्यांकन किया जाएगा। इस सर्वेक्षण के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के प्रति लोगों की सहभागिता, जन जागरूकता का आंकलन किया जाएगा तथा स्वच्छता के लिए बुनियादी व्यवस्थाओं एवं स्वच्छ भारत मिशन द्वारा सृजित किए गए ढांचे की भी सही जानकारी मिल पाएगी। केंद्र सरकार ग्रामीण स्वच्छता की वास्तविक तस्वीर प्राप्त करए योजनाओं में सुधार और राज्यों/जिलों को स्वच्छता प्रदर्शन के आधार पर रैंक प्रदान करती है।
जिलाधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय द्वारा अवगत कराया गया कि यह सर्वेक्षण न केवल नीति निर्माण में सहायक होगा, बल्कि स्वच्छता के प्रति समुदाय की जागरुकता और सहभागिता को भी सुदृढ़ करेगा। इस सर्वेक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा नागरिक फीडबैक भी है, जिसमें आम जनता अपने गाँव की स्वच्छता को लेकर अपनी राय, अनुभव और सुझाव साझा कर सकती है। यह फीडबैक न केवल गाँव के वर्तमान स्वच्छता स्तर को आंकने में मदद करता है, बल्कि स्थानीय प्रशासन एवं ग्राम पंचायत को आवश्यक सुधारों की दिशा में कार्य करने के लिए भी मार्गदर्शन प्रदान करता है। फीडबैक का मुख्य उद्देश्य है शौचालयों की उपलब्धता और उनके नियमित उपयोग की स्थिति को समझना, ठोस एवं तरल कचरे के निस्तारण की व्यवस्था का आकलन करना, सार्वजनिक स्थलों जैसे स्कूल, पंचायत भवन, हाट-बाजार, आंगनबाड़ी आदि की सफाई की स्थिति जानना तथा ग्रामवासियों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता और व्यवहार परिवर्तन की वास्तविकता को मापना। यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है, और प्रत्येक नागरिक की भागीदारी ग्राम की स्वच्छता रैंकिंग में अहम भूमिका निभाती है। सर्वेक्षण का उद्देश्य ग्रामीण स्वच्छता की वास्तविक तस्वीर प्राप्त कर योजनाओं में सुधार किया जाना है और स्वच्छता प्रदर्शन के आधार पर राज्यों एवं जिलों की रैंकिंग की जाएगी। राज्य के सभी 13 जिलों में संचालित किया जा रहा है। सर्वेक्षण के अंतर्गत 95 विकासखंडों को शामिल किया गया है, जिसमें प्रत्येक जिले से 20 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। चयनित गांवों में शौचालय की उपलब्धता और उसका उपयोग, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन की स्थिति, सामुदायिक शौचालयों की व्यवस्था, खुले में शौच की स्थिति, स्वच्छता को नेकर जन सहभागिता एवं जागरूकता, ग्राम स्तर पर स्वच्छता योजनाओं का प्रभावआदि का विस्तृत मूल्यांकन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नागरिक अपने फीडबैक और भी आसानी से दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए ‘‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण‘‘ मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। ग्रामीण/आमजन इस ऐव को इस लिंक http://play.google.com/store/apps/detials?id=com.ssg.abc.ssg से डाउनलोड कर सीधे फीडबैक दे सकते है।