
जींद (हरियाणा) दिनांक 9 अक्टूबर 2025 को आल सफाई कामगार संघर्ष समिति, जींद की ओर से नेहरू पार्क, जींद में महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान गुलाब बिरौली और नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान जगदीश भूम्बक ने की व संचालन ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला सचिव पवन कुमार ने किया। इस विचार गोष्टी कार्यक्रम में ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य अध्यक्ष बसाऊ राम, दलित अधिकार मंच के राज्य सह संयोजक सोहनदास, सीटू जिला प्रधान कॉमरेड रमेश चंद्र, सर्व कर्मचारी संघ के जींद ब्लॉक प्रधान मंदीप नेहरा, कर्मचारी नेता रामबीर शर्मा, नगर पालिका कर्मचारी संघ ब्लॉक जींद के उपप्रधान सोहनलाल ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने समाज को समानता, श्रम की गरिमा और न्याय का संदेश दिया। सफाई कर्मचारी वर्ग आज भी उन्हीं मूल्यों पर चलते हुए समाज की सेवा में निरंतर समर्पित है, लेकिन दुख की बात है कि उनकी मेहनत और त्याग का उचित मूल्य आज तक नहीं मिला। सभा में वक्ताओं ने सफाई कर्मचारियों की प्रमुख मांगों और समस्याओं पर गहराई से चर्चा की। कर्मचारियों ने सरकार से नियमितीकरण, ठेका प्रणाली का उन्मूलन, समान वेतन, सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता, और स्थायी नियुक्ति जैसी बुनियादी माँगों को पूरा करने की अपील की। वक्ताओं ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पिछले साल 24 नवंबर को जींद में डीएससी समाज की रैली में सफाई कर्मचारियों के वेतन को ₹26,000/- और ₹27,000/- करने की घोषणा की थी, जिसे कर्मचारियों ने एक ऐतिहासिक फैसला माना था। लेकिन अब सरकार उस वायदे से पीछे हटती जा रही है। समिति के नेताओं ने कहा कि यह रवैया कर्मचारियों के साथ अन्याय है और इससे उनके मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह घोषणा तुरंत लागू नहीं की गई तो कर्मचारी आंदोलन को और तेज करेंगे।
विचार गोष्ठी में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अपनी मांगों को सशक्त रूप से सरकार तक पहुँचाने के लिए सभी कर्मचारी 9 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होने वाली “महापुकार रैली” में बड़ी संख्या में भाग लेंगे। यह रैली केवल वेतन या नियमितीकरण की नहीं, बल्कि पूरे सफाई कर्मचारी वर्ग के आत्मसम्मान और अस्तित्व की लड़ाई होगी। सभा में यह भी कहा गया कि सफाई कर्मचारियों को रोज़ाना स्वास्थ्य जोखिम उठाकर कार्य करना पड़ता है, लेकिन उन्हें न तो उचित सुरक्षा उपकरण दिए जाते हैं और न ही स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ। कई वर्षों से समान कार्य करने वाले कर्मचारियों के बीच असमान वेतन प्रणाली भी बड़ा अन्याय है।
संघर्ष समिति के नेताओं ने कहा कि जब तक सफाई कर्मचारियों को उनका हक और सम्मान नहीं मिल जाता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने सभी कर्मचारियों से एकता बनाए रखने और आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में नगर परिषद, नगर पालिका और ग्रामीण सफाई कर्मचारी के अलावा शिक्षा विभाग पार्ट-टाइम सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के जिला प्रधान प्रदीप चौहान सहित बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। अंत में महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर समाज में समानता, भाईचारे और न्याय के संदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। उपरोक्त के अलावा कार्यक्रम में नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा जींद ब्लॉक प्रधान बिजेंद्र, जुलाना प्रधान जूनियर, नरवाना प्रधान बंटी, ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जुलाना ब्लॉक प्रधान मनफूल, पिल्लूखेड़ा ब्लॉक प्रधान कपूर सिंह, अलेवा ब्लॉक प्रधान सुखविंद्र सहित बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सेदारी की।