रियुनी उत्तराखंड के शिल्पकारों को आर्य समाज में दीक्षित करने वाले महापुरुष आर्य गुरु खुशीराम की 140वीं जयंती के अवसर पर आज दिनांक 14.12.2025 को गरीबी एवं शैक्षिक उत्थान समिति उत्तराखंड के तत्वाधान में एक गोष्ठी का आयोजन पंचायत घर मल्ली रियुनी में किया गया जिसका विषय था कुमाऊं के शिल्पकारों द्वारा आर्य समाज अपने जाने की 112 वर्षों के बाद भी जातिगत भेदभाव क्यों? इस विषय पर शिल्पकारों के पुरोहितों व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी बात रखी गई जिसमें कहा गया कि खुशीराम ने सैकड़ो कष्ट सहकर भी आर्य समाज के जनेऊ आंदोलन को पूरे कुमाऊं क्षेत्र में फैलाया और शिल्पकार समाज को आर्य समाज में दीक्षित करने का वादा निभाया लेकिन शिल्पकारों के साथ आज भी जातिगत भेदभाव समाप्त नहीं हुआ है और यहां के शिल्पकार समाज के जीवन में उसे वादे के अनुसार कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है। गोष्ठी में खुशीराम की बताइए मार्ग पर चलने तथा अंधविश्वास पाखंड और नशे से दूर रहने का संकल्प लिया गया गोष्ठी का संचालन पूरन शिल्पकार द्वारा किया गया तथा गोष्ठी में इन लोगों द्वारा प्रतिभा किया गया। नंदन पंडित, सतीश पंडित, हरीश पंडित, चंदन पंडित, राजेंद्र राम सामाजिक कार्यकर्ता मजखाली, मनोज कुमार क्षेत्र पंचायत सदस्य तल्ली रियूनी, गोविंद राम, जगदीश चंद्र, प्रेम राम, पूरन राम, चंद्रप्रकाश आदि लोग मौजूद रहे।

