अल्मोड़ा आज दिनांक 14 नवम्बर, 2025 को प्रभारी निदेशक राजकीय संग्रहालय डॉ0 चन्द्र सिंह चौहान ने कुमाऊॅ मण्डल के समस्त आयोजकों से अनुरोध किया है कि जब भी कोई वार्षिक कार्यक्रम होता है इसके लिए एक माह पूर्व संस्कृति विभाग से सांस्कृतिक दल/छोलिया दल/एकल लोक गायकों को कार्यक्रम के लिए मॉगा जाता है। जनता के यह कार्यक्रम पूर्व से ही सुनियोजित होते है। उन्होंने बताया कि कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अचानक मंत्रियों का आगमन होता है इसके लिए शासन प्रशासन द्वारा व्यवस्थायें की जाती है। वार्षिक कार्यक्रम जो कि निर्धाति तिथि से एक माह पूर्व संस्कृति निदेशालय, देहरादून को पत्राचार कर सांस्कृतिक दलों को मॉगा जा सकता है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम आयोजकों द्वारा समय पर प्रस्ताव निदेशालय को प्रेषित नहीं किये जाते है और दूरभाष पर अथवा कार्यक्रम के पहले दिन ही सूचना देते है कि सांस्कृतिक दल भेजा जाय। इससे समय पर न तो कलाकार मिलते है और न ही कार्यक्रम सही हो पाता है इससे आयोजक मण्डल द्वारा विभाग अथवा सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया जाता है। इसे विभाग और सरकार की छवि धूमिल होती है। उन्होंने सभी आयोजक मण्डलों और कार्यक्रम समन्वयकों से अनुरोध किया है कि वे कार्यक्रम से एक माह पूर्व ही निदेशक, संस्कृति निदेशालय, उत्तराखण्ड को नियमानुसार पत्राचार प्रेषित करें। उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक दलों का आवंटन रोस्टर के अनुसार ही चलता है, लेकिन समय की अनुपलब्धता और रोस्टर से न होने के कारण रोस्टर के हिसाब से सांस्कृतिक दल उपलब्ध नहीं हो पाता है और रोस्टर में विफलता रहती है जिससे समस्त कलाकार मण्डल भी रोस्टर के हिसाब से चलने पर आपत्ति व्यक्त करते है। उन्होंने समस्त आयोजक मण्डल से अनुरोध किया है कि ससमय कार्यक्रम आयोजन के लिए पत्राचार करें और रोस्टर के पालन के अनुरूप दल भेजा जाना सम्भव हो पाता है अन्यथा रोस्टर से चलने से कलाकारों का मिलना संभव नहीं हो पाता और दलनायक कार्यक्रम करने से माना कर देते है। इससे दूसरे दल को निवेदन करके भेजना पड़ता है। इससे कलाकारों में आपसी वैमनस्य रहता है एवं विभाग के प्रति रोष व्यक्त करते है।

