अल्मोड़ा आज दिनांक 18 नवंबर 2025 को जिला गंगा सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अंशुल सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के संरक्षण, स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन तथा जन-जागरूकता से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि गंगा नदी सिर्फ एक जलस्रोत नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान और आस्था का केंद्र है। इसके तथा इसकी सहायक नदियों के संरक्षण के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि नदियों में गंदगी, प्लास्टिक या अन्य अपशिष्ट डालने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत करते हुए सीवरेज एवं नालों का उपचार सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने संबंधितों को निर्देश दिए कि नगर अल्मोड़ा की सीवरेज निकासी की उचित प्रणाली विकसित करने हेतु कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नदियों में सीधे निकासी वाले नालों पर एसटीपी की स्थापना के लिए सर्वे किया जाए। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी सीवेज ट्रीटमेंट पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। जिलाधिकारी ने नगर निगम में समुचित साफ सफाई, कूड़ा उठान तथा कूडादानों का उचित प्रबंधन करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने खुले में कूड़ा फेंकने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कूड़ेदानों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएं जिससे समुचित निगरानी की जा सके। बैठक में जल संस्थान, नगर निकाय, सिंचाई विभाग, वन विभाग तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अपनी-अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को समयबद्ध कार्रवाई करने और अगली समीक्षा बैठक में प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा, जिला विकास अधिकारी एस के पंत, अधिशासी अभियंता जल निगम, परियोजना अधिकारी गंगा सुरक्षा समिति रंजीता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

