गोपेश्वर (चमोली) दुखद समाचार प्रसिद्ध पर्यावरणविद सर्वोदई नेता, चिपको आंदोलन में अग्रणीय नेता समाज के स्तंभ, वंचित शोषित पीड़ित की निरंतर सेवा करने वाले समाज सेवी मुरारीलाल अब हमारे बीच नहीं रहे दिनांक 12 अप्रैल 2024 को प्रात 4 बजे ऋषिकेश एम्स चिकित्सालय में उनका निधन हो गया, गोपेश्वर मुख्यालय के निकटस्थ गांव पपड़ियां में 10 अक्टूबर 1933 को पिता यशकयी छोटियालाल माता सदरी देवी के परिवार में हुआ वे अपने पीछे पुत्र नरेंद्र भारती, बिहारीलाल, पुत्री गौरादेवी, को छोड़ गए , आप ने 1970 की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में वृक्षा रोपड़ करवाया, जनपद चमोली में मध्यनिषेध,का प्रचार प्रसार का कार्य किया 1975, 76, में भूमि आबंटन, भूमि हीनों को पट्टा,दिलवाने 1995, 99 तक ग्राम्य विकास अभिकरण चमोली में मनोन्नित सदस्य रहे, 1975 में पापड़ियाना गांव में श्रमदान से विद्यालय का निर्माण करवाया, अपने गांव पपड़ियांना में महिलाओं के सहयोग से बांज के पेड़ों का सुंदर जंगल विकसित किया 1970, 71 के भू आंदोलन में बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया आप ने जंगल जमीन ही नहीं नशा मुक्त समाज निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया आज आप हमारे बीच नहीं रहे लेकिन आप के किए गए कार्य समाज के मन पटल पर अस्मरणीय बने रहेंगे जनपद चमोली के विभिन्न संगठन वैचारिक महा सभा, सेवा स्तम्भ, अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन, शिल्पकार सभा, मूलनिवासी संघ, कर्मचारी कल्याण महासंघ, अंबेडकर छात्रा वास, बामसेफ चमोली, आदरांजलि अर्पित की!