
देहरादून। उत्तराखंड वन विभाग में अब एक बार फिर 2 आईएफएस अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. मामला विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान हाथियों के ट्रांसपोर्ट से जुड़ा है. इसको लेकर वन मुख्यालय ने परीक्षण कर अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी हैl उत्तराखंड वन विभाग अक्सर वन्यजीवों को लेकर विवादों में दिखाई देता है, पिछले दिनों बाघिन के राजाजी नेशनल पार्क (Rajaji National Park) से गायब होने का मामला हो या फिर कॉर्बेट में टाइगर सफारी के नाम पर अनियमितता से जुड़ा मामला. हर मामले में विभाग के अधिकारी सवालों के घेरे में होते हैं और विवाद के बाद महकमे के अधिकारियों में हड़कंप भी मच जाता है, लेकिन इस बार मामला और भी गंभीर है.सूत्र बताते हैं कि इस पूरे प्रकरण पर तत्कालीन चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन और मुख्यमंत्री के विशेष सचिव डॉ पराग मधुकर धकाते की घेराबंदी की तैयारी की जा रही है. यही नहीं, इस मामले में तत्कालीन कॉर्बेट के निदेशक राहुल पर भी शिकंजा कसा जा सकता है. मामले में वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि वन मुख्यालय की ओर से परीक्षण करके शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है. जल्द ही इस प्रशासन भी स्थिति स्पष्ट करेगाl