देहरादून अखिल भारतीय बोक्सा जनजाति संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दर्शन लाल नहीं रहे। उनका निधन आज हुआ। अंतिम संस्कार पछवादून की प्रसिद्ध आसन नदी के तट पर किया गया। जिसमें हजारों लोगों ने उनकी अंतिम यात्रा में भाग लेकर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके पुत्र के द्वारा अग्नि दी गई। पछुआदून के प्रसिद्ध समाजसेवी के रूप में उन्होंने अपनी छवि बनाई थी। उनके पुत्र द्वारा बताया गया कि केवल एक ही कसक उनके मन में रह गई थी कि उन्हें किसी भी सरकार द्वारा उनकी योग्यता एवं कार्यों के आधार पर सम्मान नहीं दिया। गया अर्थात सरकार में कभी भी उचित दायित्व प्रदान नहीं किया गया। उन्होंने शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान किया। वह बोक्सा जनजाति इंटर कॉलेज के प्रबंधक रहे। वर्तमान में इस विद्यालय में 690 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। विभिन्न विषयों का संचालन यहां पर किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर उन्होंने कई विद्यालय खुलवाए, उनको संचालित करवाया। इसके साथ ही साथ वे विभिन्न संगठनों से जुड़े रहे संगठनों में मार्गदर्शन करते रहे। उत्तराखंड एससी एसटी एम्पलाइज फेडरेशन के भी वे सलाहकार रहे। उन्होंने अपने जीवन में अपनी चार पीढियों को एक साथ देखा है। उनकी पोती सीमा नेगी इस समय सहसपुर की ब्लॉक प्रमुख है। उन्होंने चकराता विधानसभा से पूर्व मंत्री गुलाब सिंह के विरोध में चुनाव भी लड़ने का इतिहास बनाया था। शोकाकुल परिवार में उनके तीन पुत्र हुकम सिंह, तेजपाल सिंह, महेंद्र सिंह एवं पूरे परिवार के साथ ही स्वामी विवेकानंद चिकित्सालय धर्मावला से डॉ अनुज सिंघल उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के पूर्व सदस्य डॉ जितेंद्र सिंह बटोइया, पछवादून कांग्रेस के अध्यक्ष राकेश नेगी ओएनजीसी से अधिकारी रणवीर सिंह तोमर शिक्षा एसोसिएशन के अध्यक्ष केसर सिंह राय ग्राम प्रधान मुस्कान कोमल एवं बीडीसी पियूष गुप्ता पूर्व बीडीसी मंगतू सिंह पूर्व स्टेशन मास्टर शमशेर सिंह पूर्व कानूनगो हुकम सिंह बोक्सा जनजाति इंटर कॉलेज के प्रबंधक नूर अहमद प्रधानाचार्य बी एस राणा एवं सभी शिक्षक शिक्षिकाएं मानसिंह सतीश कुमार पूर्व प्रधान खेम सिंह योगराज सिंह इत्यादि सहित हजारों लोगों ने उनकी अंतिम यात्रा में प्रतिभाग किया और श्रद्धासुमन अर्पित किए उनके सामाजिक एवं शैक्षणिक कार्य के लिए सदैव उन्हें याद किया जाता रहेगा। शोक संदेश भेजने वालों में उत्तराखंड एससी एसटी एम्पलाइज फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष करमराम भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर जयपाल सिंह अखिल भारतीय अंबेडकर युवक संघ अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति उत्तराखंड शामिल रहे।

