अल्मोड़ा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में उत्तराखण्ड रजत जयंती समारोह के अंतर्गत अंतर विश्वविद्यालयी एकल गायन प्रतियोगिता आयोजित हुई।
अंतर विश्वविद्यालयी प्रतियोगिता का उद्घाटन कुलपति प्रो सतपाल सिंह बिष्ट, संयोजक डॉ सबीहा नाज द्वारा किया गया।
प्रतियोगिता मे सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, कुमाऊं विश्वविद्यालय, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, देव सुमन, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय,जौलीग्रांट, दून विश्वविद्यालय से तीन तीन लोकगायकों ने लोक से जुड़ी प्रस्तुतियां दी। अपने उद्बोधन में कुलपति प्रो सतपाल सिंह बिष्ट ने कहा की विद्यार्थी अपनी जड़ों से जुड़ें। वे संस्कृति से जुड़कर अपने क्षेत्र का नाम रोशन करें। उन्होंने रजत जयंती समारोह में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों को बधाइयाँ दी। नोडल अधिकारी और परिसर निदेशक प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट (परिसर निदेशक) ने प्रतियोगिता की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की। प्रतियोगिता की संयोजक डॉ सबीहा नाज ने विस्तार से प्रतियोगिता की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की लोक शैलियों को बचाने के लिए ऐसी प्रतियोगिताएं जरूरी हैं। उन्होंने लोक शैलियों के संरक्षण के लिए प्रतिभागियों के आह्वान किया। प्रतियोगिता में विभिन्न लोक शैलियों के शीर्ष 10 प्रतिभागियों को चयनित किया गया। इस गायन प्रतियोगिता में लोकगायक दीवान सिंह कनवाल, राज तिवारी, शीला पंत निर्णायक रहे। प्रतियोगिता में सह संयोजक डॉ प्रियंका पांडेय, डॉक्टर प्रज्ञा वर्मा,डॉक्टर कुसुमलता आर्या, सह नोडल अधिकारी, लियाकत अली, डॉ सुनीता कश्यप,डॉ. योगेश मैनाली और डॉ तिलक जोशी, डॉ पूर्णिमा बिष्ट, पूरन कनवाल, जयवीर सिंह, भीम सिंह, पर्यावरण प्रेमी महेश ने सहयोग दिया। संचालन प्रो संजीव आर्या, डॉ रवींद्रनाथ पाठक और डॉ नीलम ने संयुक्त रूप से किया।

