
पौड़ी। उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद आखिरकार पौड़ी जिले के डीएम और कप्तान का तबादला हो गया है. पौड़ी के डीएम और कप्तान के तबादले के कयास अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद से ही लगाये जा रहे थे. अब जिले की कमान आईएएस आशीष कुमार चौहान को सौंपी गई है. वहीं, नए कप्तान के तौर पर आईपीएस स्वेता चौबे को तैनात किया गया है. ये दोनों ही अफसर अपनी कार्यशैली के माहिर माने जाते हैं। पौड़ी की बेटी आंकिता भंडारी हत्याकांड में जिला प्रशासन को काफी विवादों का सामना करना पड़ा था. मामले में जिस तरह से यमकेश्वर के वनंत्रा रिजॉर्ट में रातों रात बुलडोजर चलाया गया और फिर उसके बाद प्रशासन ने इस पर बार बार बयान बदले, उससे लोगों में काफी गुस्सा था. इन सभी मामलों में पौड़ी जिला प्रशासन की काफी किरकिरी हुई. जिसके बाद से ही जिले के डीएम और कप्तान के बदलने की कयाबबाजी शुरू हो गई थी. हालांकि डीएम डॉ विजय कुमार जोगदंडे ( और एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने इस मामले को कुशलता से शांत कराया था। डीएम जोगदंडे अपने मृदुभाषी और मिलनसार स्वभाव के कारण काफी चर्चाओं में रहे. डॉ जोगदंडे उन गिने चुने जिलाधिकारियों में शुमार हैं जिन्होंने जिले के दूरस्थ क्षेत्रों तक भ्रमण कर लोगों की समस्याओं को तव्वजो दी. उन्होंने लोगों की समस्याओं के निस्तारण के लिए कभी समय की सीमा तय नहीं की. हालांकि अंकिता भंडारी हत्याकांड व बीरोंखाल बस हादसे को छोड़ दिया जाए तो पौड़ी उत्तराखंड के सबसे शांत जिलों में गिना जाता है. जहां अफसर मुख्यायल में कम तो देहरादून अधिक रहते हैं।