कोटद्वार आज दिनांक 12 मई 2024 को शैलशिल्पी विकास संगठन के तत्वाधान में युगपुरुष बीसवीं सदी के सांसद एवं उत्तर प्रदेश सरकार में दशकों से मंत्री रहे और जो देश की आजादी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के स्वरूप जाने-माने क्रांतिकारी रहे। दिवंगत बलदेव सिंह आर्य की 112 वीं जयंती के अवसर पर कर्मवीर जयानंद भारती की स्मृति पुस्तकालय वार्ड नंबर 22 सिमलचौड़ कोटद्वार गढ़वाल में आर्य को भावपूर्ण स्मरण कर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके जीवनदर्शन पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शैलशिल्पी विकास संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में कहा कि बलदेव सिंह आर्य उत्तराखंड के एक ऐसे क्रांतिकारी महानायक रहे जिन्होंने सर्व समाज के लिए महान कार्य किये और पर्वतीय क्षेत्र से प्रथम सांसद रहे परंतु उनके नाम की और उनके महान कार्यों की इतनी उपेक्षा की गई की उनके जन्म स्थान दुगण्डा कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल में उनकी स्मृति में न किसी मार्ग का नाम और न ही किसी शिक्षण संस्थान या कोई भी ऐसी सामाजिक संस्था का नामकरण न किया जाना किसी न किसी संक्रीणता का उत्तराखंड की सरकारे शिकार है। इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी सुरेंद्र लाल आर्य सर्वोदय पुरुष ने बलदेव सिंह आर्य के नाम की उपेक्षा पर रोष व्यक्त किया। अपने वक्तव्य में शैलशिल्पी विकास संगठन के अध्यक्ष विकास आर्य ने बलदेव सिंह आर्य के नाम पर किसी मार्ग का नाम किये जाने पर जोर दिया। इस अवसर पर शूरवीर देव खेतवाल, मनवर लाल भारती, बलदेव सिंह आर्य के पौत्र डॉक्टर मनोज आर्य, धीरजधर बछवाण, जयदेव आर्य शैलशिल्प विकास संगठन के पूर्व अध्यक्ष, शिवकुमार वर्तमान महामंत्री, डॉ सतीश कुमार, जयदर्थ आर्य, धर्मेंद्र सिंह वर्तमान शैलशिल्पी विकास संगठन के कोषाध्यक्ष, के सी निराला आदि सम्मिलित थे। कार्यक्रम का संचालन मनवर लाल भारती ने किया।