
जोशीमठ (चमोली) मूलनिवासी संघ, वैचारिक महासभा शिल्पकार सभा मानवाधिकार संघ ने सुभांई ग्राम पंचायत के अनुसूचित जाति के लोगों पर सर्वणों द्वारा किये जा रहे अत्याचार को लेकर दिनांक 17 जुलाई 2024 को सयुंक्त रूप से महामहिम राज्यपाल मुख्यमंत्री सचिव उत्तराखण्ड सरकार को ज्ञापन भेजा गया है! ज्ञापन में कहा गया है कि चमोली के विकास खण्ड जोशीमठ के ग्राम पंचायत सुभाई में निवास करने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों को समान्य जाति के लोगों द्वारा जाति सूचक शब्दों से संबोधित करना बीमार होने पर ढोल न बजाने पर 5000 जुर्माना करना गांव से बेदखल करना गांव से अनुसूचित जाति के लोगों का बहिष्कार करना उनके साथ गाली गलौज करना आज इक्कीसवीं सदी में आम बात है भारतीय संविधान में जो समता स्वतंत्रता शोषण का अधिकार है उसकी खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रहीं उत्तराखण्ड के इस गाँव में आज भी जंगल है संवैधानिक व्यवस्था के कोई उन्हें मान्य नहीं है! इस प्रकरण को अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ी जाति वैचारिक महा संघ, शिल्पकार सभा, मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महा संघ, मानवाधिकार संघ , सेवा सतम्भ चमोली ने कठोर शब्दों में निंदा की है जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक चमोली से वार्ता कर कठोर कार्य वही की मांग की है! महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, महानिदेशक उत्तराखण्ड को कठोर कार्य वही के लिए ज्ञापन दिया है, शासन प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं होती है तो जनपद मुख्यालय गोपेश्वर में बहुत बड़ा आंदोलन किया जायेगा! जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासक की होगी! ज्ञापन देने वालों में वैचारिक महा सभा के अध्यक्ष पुष्कर बैछवाल ,राकेश टम्टा, शिल्पकार सभा के अध्यक्ष गिरीश आर्य, मूलनिवासी संघ की पुष्पा कोहली दिनेश शाह, धनी आगरी, मानवाधिकार के पुष्कर सूरी, सुनीता कपरवल, सहित अनेक लोग उपस्थित रहे!