बागेश्वर दि० 06 सितम्बर 2024 को अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन जनपद इकाई बागेश्वर के शिक्षकों के द्वारा प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती प्रक्रिया में अनु०जाति० जन जाति के शिक्षकों हेतु कोटा निर्धारित नहीं किये जाने साथ ही सभी शिक्षकों को समान अवसर उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण सीधी भर्ती प्रक्रिया के विरोध में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बागेश्वर में एक सभा आयोजित की गयी और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें सभी शिक्षकों ने एक स्वर में भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने की माँग की। उन्होंने कहा कि उक्त प्रक्रिया में केवल 10 प्रतिशत शिक्षकों को ही इसका लाभ मिल पा रहा है। साथ इस प्रक्रिया में एल०टी० संवर्ग को भर्ती से बाहर कर दिया गया है !जबकि पदोन्नति होने पर उन्हें 55 प्रतिशत कोटे के आधार पर पदोन्नति दी जाती है। और 45 प्रतिशत कोटे के आधार पर प्रवक्ता को पदोन्नति दी जाती है। जो कि सीधी भर्ती प्रक्रिया में खत्म की गई है। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन यह मॉग करता है कि शत प्रतिशत पदों पर प्रधानाचार्य के पदों पर अनुसूचित जाति जन जाति के शिक्षकों हेतु पूर्व की भाँति शीघ्रातिशीघ्र पदोन्नति की जाये। उन्होंने कहा कि जब तक सीधी भर्ती प्रक्रिया समाप्त नहीं होती है अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन का विरोध जारी रहेग! धरना प्रदर्शन के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी बागेश्वर के माध्यम से सचिव विद्यालय शिक्षा उत्तराखण्ड शासन को ज्ञापन प्रेषित किया गया! धरना प्रदर्शन व ज्ञापन देने वालों में अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा, कुमाऊँ मण्डल उपाध्यक्ष नंदकिशोर टम्टा, कुमाऊँ मण्डल मिडिया प्रभारी विवेकानंद टम्टा, जिला अध्यक्ष बागेश्वर सुनिल धौनी, महामंत्री सुधीर कुमार, ललित भारती, मनीष कुमार, दिव्य प्रकाश, सरोज टम्टा, मुकेश टम्टा, हरीश आगरी, हरीश धौनी, नवल किशोर, सहित जनपद बागेश्वर के तीनों विकास खंड के सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे!