जींद (हरियाणा) आज दिनांक 26/10/2024 को बामसेफ हरियाणा राज्य इकाई द्वारा 29 वां राज्य अधिवेशन गुरु रविदास धर्मशाला, सफीदों रोड़ जींद शुरू हुआ, अधिवेशन का उद्घाटन वरिष्ठ प्रबंधक पीएनबी सेवा राम बालू ने की, मुख्य अतिथि के तौर पर भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कौथ ने संबोधित करते हुए कहा कि जब हमें अंग्रेजों से आजादी मिली, इस आंदोलन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपनी भूमिका निभाई, इसमें से ज्यादातर नेता एक ही जाति निकले, उन्होंने जो राजनीति देश में दी, उस राजनीति में हम आज भी उलझे हुए हैं,भाई को भाई से लड़ाने का खेल आज भी खेला जा रहा है, भाजपा ने तो सारी सीमाएं ही पार कर दी है, दीनबंधु सर छोटूराम ने एक बात कही थी कि अगर किसान बोलना सीख ले,और दुश्मन को पहचान लें, लेकिन दुख की बात यह है कि आज तक किसान और मजदूर ने न तो दुश्मन को पहचाना और न ही प्यार से बोलना सीखा, आज किसान को मजदूर से और मजदूर को किसान से भाईचारा स्थापित करने की आवश्यकता है। हमें तरह तरह से नारे लगाकर गुमराह किया जा रहा है, वर्ण व्यवस्था के तहत बहुत सी जातियों को पढ़ने का अधिकार नहीं था, बहुत सी जातियों को लड़ने का अधिकार नहीं था। दीनबंधु सर छोटूराम ने कहा था कि जो मेरे नाम का धर्म के नाम पर फायदा उठाए, जाति के नाम पर फायदा उठाए, वह मेरा हितैषी नहीं हो सकता, वह किसान, मजदूर का हितैषी नहीं हो सकता, उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस ने ही भाजपा की मदद की है, अब हम बामसेफ के साथ मिलकर के प्रदेश में मजबूत आंदोलन खड़ा करेंगे,जय भीम जय छोटूराम का नारा लगा कर उन्होंने आह्वान किया कि यह नारा अब प्रदेश की ही नहीं बल्कि देश की राजनीति को भी बदलेगा। उन्होंने कहा कि जो पार्टी किसान और मजदूर जातियों को अछूत मानती है,नीच मानती है,उसको कांग्रेस ने लाकर प्रदेश की जनता के लिए अच्छा काम नहीं किया है। सामाजिक चिंतक राजबीर खान ने कहा कि भाजपा की सत्तासीन सरकार ने गोविन्द पंसारे जैसे विचारवान लोगों की हत्याएं करवाई, उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार संवैधानिक संस्थाओं को ध्वस्त करने पर लगी है, चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को अपनी मनमर्जी के अनुसार चलाया जा रहा है। अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए बामसेफ की केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ कर्मबीर टंडन ने कहा कि कार्यकर्ताओं को संविधान के प्रति ईमानदार रहना चाहिए और इसको पूर्ण रूप से लागू करने के प्रयास करने चाहिए, उन्होंने संविधान के प्रचार प्रसार को घर घर तक पहुंचाने की अपील भी की, उन्होंने यह भी कहा कि हमें संविधान का संदेश और इसके लाभ को अंतिम व्यक्ति तक ले जाने की जरूरत है। इस अवसर पर डॉ प्रेम ने संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है और तानाशाही का बोलबाला है, और इससे भी भयानक बात यह है कि लोकतंत्र के नाम पर तानाशाही बढ़ रही है। इसलिए हमें देश में उन सभी आंदोलनों का तथा आंदोलनकारियों का समर्थन करना चाहिए जो जय संविधान, विजय संविधान के लिए काम करते हैं का नारा लगाते हैं। बामसेफ के राज्य महासचिव प्रोफेसर डॉ विजय खन्ना ने बामसेफ की भूमिका, बामसेफ का निर्माण और बामसेफ का महत्व और बामसेफ द्वारा चलाए गए सामाजिक आंदोलन पर विस्तार से प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि भारत शब्द हमारी विरासत है। अधिवेशन में सोहन दास,महेंद्र पारचा, कुलदीप बेदी, सुरेश द्रविड़, मोहम्मद रहमदीन, प्रदेश अध्यक्ष कर्मबीर सिंह, एडवोकेट सुमन, अश्विनी कश्यप, गुरदेव जांगड़ा, राजकुमार जांगड़ा, दिनेश कत्याल,सुबे सिंह सरोहा,सतीश मेहरा, बिजेंद्र राठी,रामशरण नागर, धर्मेंद्र दहिया, किताब सिंह कटारिया,अनार कटारिया आदि भी उपस्थित थे।