चमोली शिक्षाविद समाजसेवी पुष्कर बैछवाल को 27 दिसंबर 2024 को दीक्षांत समारोह में डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा! प्रकृति की सुरम्य स्थली उत्तराखंड के जनपद चमोली विकास खंड दशोली के ग्राम बछर की पावन माटी में जन्मे पुष्कर बैछवाल का जन्म 10 अगस्त 1960 को एक निर्धन परिवार में हुआ! प्राथमिक शिक्षा स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में ही हुई! जब पुष्पकर 10 वर्ष की आयु के थे तब उनके पिता का इंतकाल हो गया था! उन्होंने 10 वर्ष की आयु से ही कठिन परिश्रम मेहनत से अपनी आगे की शिक्षा जारी रखी! हाईस्कूल की परीक्षा राजकीय इंटर कालेज सांवरी सैन व इंटरमीडियट की परीक्षा नंदप्रयाग चमोली, स्नातक, परास्नातक, बी एड, की परीक्षा राजकीय स्नातकोत्तर महा विद्यालय गोपेश्वर से उत्तीर्ण की! राजकीय सेवा में रहते हुए पुष्पकर विभिन्न संगठनों में जुड़कर सामाजिक कार्य करते रहे! उनके द्वारा निर्धन छात्रों की सहायता, कोरोनाकाल, लाक डाउन में गरीब निर्धन परिवारों की आर्थिक सहायता की गई! 31 मार्च 2021 को सेवा निवृत होने के बाद शोषित, पीड़ित गरीब लोगों की सहायता करते रहे! शिक्षाविद समाजसेवी पुष्कर बैछवाल के सामजिक कार्यों को देखते हुए इन्हें भारतीय दलित साहित्य एकेडमी दिल्ली के द्वारा “डाॅ अम्बेडकर फेलोशिप नेशनल अवार्ड से 2022 को नई दिल्ली में सम्मानित किया गया! वर्ष 2024 में शिक्षक एसोसिएशन चमोली द्वारा सम्मानित किया गया! शिक्षाविद समाजसेवी पुष्कर बैछवाल के सामाजिक कार्यों को देखते हुए कोलंबिया पेसफिक वर्चव अ यूनिवार्सिटी मथुरा उत्तर प्रदेश द्वारा 27 दिसंबर 2024 को होने वाले दीक्षात समारोह में पुष्कर बैछवाल को डाक्टरेट की मानद् उपाधि से सम्मानित किया जाएगा! पुष्कर बैछवाल को सम्मानित किये जाने की घोषणा पर उनके गावं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उन्हें बधाई दी! उन्हें दिलीप चंद वैचारिक महासभा अध्यक्ष उत्तराखंड, राधूनाथ आर्य अपर निदेशक, एडवोकेट डाॅ प्रमोद कुमार, डाॅ वी सी शाह, गोविन्द हिंडवाल, गिरीश आर्य, दिनेश शाह, धरवीर शैलानी,राकेश टम्टा, जंगी रडवाल, धनपति शाह, सुनीता कपरवाल, ज्योति अग्निहोत्री, पुष्पा कोहली, अंजू अग्निहोत्री, देवेंद्र अग्निहोत्री, रोमेश शाह, धनी आगरी, मनीष कपरवाल, हरीश टम्टा, नरेंद्र पैथवाल, शिवलाल आर्य, नंदकिशोर शैलानी, किशोरी शाह, जसपाल सेठवाल, रामप्रसाद सूरी, पुष्कर सूरी, सुरेश आगरी, खैमराम कोठियाल भरत कोठियाल ने उन्हें बधाई दी!

