चमोली सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहने वाले देवेन्द्र कुमार अग्निहोत्री का जन्म 20 July 1974 को ग्राम पंचायत बैरागना के भदाकोटी गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था इनके पिता जोधा लाल एक शिक्षक एवं माता दर्शनी देवी एक गृहणी हैं। इनकी प्राथमिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय बैरागना में हुई उसके पश्चात जूनियर स्तर की शिक्षा अपने पिता के साथ रहकर जूनियर हाई स्कूल भुकुण्डा (लंगासू )से प्राप्त की। उसके बाद माध्यमिक शिक्षा अपने गांव के ही इंटर कॉलेज बैरागना से की तत्पश्चात उच्च शिक्षा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर से प्राप्त की। और सन् 1998 में बीटीसी करने के बाद शिक्षक बन गये। तथा समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का कार्य करने लगे। सन 2000 से कर्मचारियों का संगठन*सेवास्तंभ* से जुड़े तथा निरंतर समाज और संगठन हित में कार्य करता रहे। सन 2015 में मूलनिवासी कर्मचारियों का संगठन *बामसेफ* से जुड़े एवं अनुसूचित जाति जनजाति के अशिक्षित अनपढ़ लोगों को शिक्षा एवं उनके हक-अधिकार के प्रति जागृत करता रहे। इसी बीच बामसेफ प्रदेश कार्यकारिणी ने इनके अच्छे कार्यों को देखते हुए इन्हें सन् 2017 मे जनपद चमोली में बामसेफ *जिला अध्यक्ष* का दायित्व सौंप दिया। इन्होने अपनी कार्यकारिणी के साथ जनपद चमोली के सभी 9 विकासखंडों में व्यक्तिगत रूप से भ्रमण करते हुए सभी विकासखण्डों में पहली बार बामसेफ संगठन की कार्यकारिणियों का गठन करवाया, तथा फुले- अंबेडकरी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का वीडा़ उठाया। इनके अच्छे कार्यों को देखते हुए इन्हें दुबारा पुरस्कृत करते हुये बामसेफ का जिला अध्यक्ष बनाया गया। इन्होने संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए अपनी कार्यकारिणी के साथ अनेक गांवों में भारतीय संविधान सम्मान सुरक्षा एवं संवर्धन (BS-4) अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया। जिसमें इन्हें सफलता भी मिली तथा गांवों में जाकर लोक सामाजिक क्रियान्वयन समितियों का गठन करवाया, इससे लोगों के भीतर संविधान के प्रति आस्था एवं सम्मान बढ़ा और लोगों में अपने हक और अधिकारों के प्रति जागरूकता आने लगी। बामसेफ राज्य कार्यकारिणी ने इन्हे फिर राज्य में प्रदेश संगठन सचिव के पद पर कार्य करने का मौका दिया तथा इन्हें जनपद रुद्रप्रयाग का प्रभारी बनाया गया। उसके बाद इन्होने जनपद रुद्रप्रयाग की बामसेफ की जिला कार्यकारिणी के साथ मिलकर जनपद के तीनों विकासखण्डों में कार्यकारिणी का गठन करवाया। तथा जनपद के सभी विकासखण्डों में भारतीय संविधान सम्मान सुरक्षा एवं संवर्धन के माध्यम से लोगों में संविधान के प्रति आस्था एवं सम्मान जागृत करते हुए उनके हक एवं अधिकारों के प्रति जागरूक किया। प्रदेश में बामसेफ के प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए इन्हें दुबारा रुद्रप्रयाग जनपद का प्रभार सोैंपा गया। सन 2021-22 में पोखरी बाजार मे सरकार द्वारा नाखोलियाणा गांव के अनुसूचित जाति के ग्रामीणों के पक्के भवनों को तोडा़ गया। जिसका विरोध करने पर ग्रामीणों को जेल भेज दिया उस वक्त उनके परिवारों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए उनके गांव में मूलनिवासी संघ के माध्यम से घर-घर गये। तथा सन 2023 में 19 जुलाई को चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट में करंट की चपेट में आकर 16 लोगों की असामयिक मौत हो गयी थी। इसमें 13 लोग अनुसूचित जाति के साथ ही तीन सामान्य जाति के भी थे। इनमें सभी लोग अपने परिवार के कमाऊ व्यक्ति थे। उनके परिवारों की दयनीय स्थिति को देखकर संगठन के माध्यम से पूरे जनपद चमोली के सभी विकासखण्डों से व्यक्तिगत संपर्क किया तथा राहत सामग्री एवं राहत राशि को एकत्र करते हुए सभी 16 परिवारों को घर-घर जाकर वितरित किया। इसके अलावा वर्तमान में भी ये बामसेफ राज्य कार्यकारिणी में रहते हुए मूलनिवासी समाज के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।


