हिसार दिनांक 18 दिसंबर 2024 को संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने पर गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ भीम आर्मी हिसार ने सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने क्रांतिमान पार्क से लघु सचिवालय तक शव यात्रा निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लघु सचिवालय गेट पर गृहमंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया गया। भीम आर्मी के नेताओं संतलाल अंबेडकर, अमित जाटव और पवन बलराज सातरोड ने इस घटना को संविधान और सामाजिक न्याय का अपमान बताते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने गृहमंत्री को तत्काल बर्खास्त करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। डीसी की अनुपस्थिति में प्रदर्शनकारियों ने तहसीलदार नवदीप को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में गृहमंत्री अमित शाह को उनके पद से हटाने और संविधान की गरिमा बनाए रखने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। भीम आर्मी के नेताओं ने कहा कि यह प्रदर्शन डॉ. अंबेडकर के प्रति अपार श्रद्धा और संविधान की रक्षा के प्रति उनके संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस मामले में सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए तो आंदोलन को और व्यापक और उग्र किया जाएगा। इस प्रदर्शन में भारी संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए, जिन्होंने “डॉ. अंबेडकर अमर रहें” और “संविधान का अपमान नहीं सहेंगे” जैसे नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रवक्ता संतलाल अंबेडकर, जिला महासचिव अमित जाटव, एडवोकेट बजरंग इंदल,प्रधान जोनी, रजत पंजाबी,अजय मुवाल, ललीत हिसारिया, रोहिला ,जयवीर गोदारा, कमल देशवाल, बहन सुदेश,कुनाल टांक, संदीप रावण, पवन बलराज सातरोड, अश्वनी, राजीव जांघू, अमन घीलू, मोनू, सचिन, अजय, अजीत चोपड़ा आदि मौजूद रहे।

 
                         
  
  
  
  
  
 