
देहरादून। वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने के सूत्रधार यूकेएसएसएससी के तत्कालीन अध्यक्ष डा. रघुबीर सिंह रावत, पूर्व सचिव मनोहर सिंह कन्याल और पूर्व परीक्षा नियंत्रक राजेंद्र सिंह पोखरिया रहे, जिन्होंने सचिव के घर को कार्यालय बना दिया। सचिव मनोहर सिंह कन्याल ने परीक्षा की ओएमआर सीट अपने घर पर मंगवाई। जिन अभ्यर्थियों को नौकरी दिलवानी थी, उनकी ओएमआर सीट में गोले काले कर दिए। इस मामले में एसटीएफ ने कई संदिग्ध अभ्यर्थियों से पूछताछ की तो मामले का राजफाश हुआ। एसटीएफ ने अभ्यर्थियों के बयान भी कोर्ट में दर्ज करवा दिए हैं। भर्ती परीक्षा छह वर्षों में कई पड़ावों से गुजरी, जिसके बाद तीनों मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी हो पाई है। परीक्षा छह मार्च 2016 को करवाई गई। 30 मार्च 2016 को परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया। परीक्षा में धांधली की बात सामने आने और विभिन्न शिकायतों के आधार पर शासन ने तत्कालीन अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति वर्ष 2017 में गठित की।