देहरादून। विधानसभा सचिवालय ने विधानसभा के निलंबित सचिव मुकेश सिंघल को अनियमित प्रमोशन के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दो हफ्ते में उन्हें नोटिस का जबाव देने को कहा गया है। विधानसभा के निलंबित सचिव मुकेश सिंघल ने बहुत कम समय में ही शोध अधिकारी से सचिव का ओहदा पा लिया था। आरोप है कि इसके लिए उन्होंने पांच प्रमोशन ले लिए। प्रमोशन में नियमों की अनदेखी की गई। विधानसभा में जब बैकडोर भर्तियों की जांच हुई तो जांच समिति ने सचिव की नियुक्ति और प्रमोशन को लेकर भी सिफारिश की थी। यही नहीं उनकी ओर से 32 पदों के लिए आयोजित की गई परीक्षा में भी कई तरह की अनियमितताएं सामर्ने आइं थीं। समिति की सिफारिश पर विधानसभा अध्यक्ष ने सिंघल को निलंबित कर गैरसैंण अटैच कर दिया गया था। अब विधानसभा सचिवालय की ओर से उनके प्रमोशन की फाइल भी खोल दी गई है।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बताया कि विधानसभा में लिए गए प्रमोशन के मामले में निलंबित सचिव मुकेश सिंघल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जबाव आने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

