अल्मोड़ा 20 दिसंबर 2022 को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ने से पूर्व विकासखण्ड हवालबाग के ग्राम पंचायत कनालबूंगा की निवासी निर्मला फर्त्याल 2019 तक दिल्ली में रहती थी। कोरोना की महामारी के कारण उन्हें व उनके परिवार को दिल्ली छोड़कर अपने गॉव आना पड़ा। परियोजना निदेशक चंदा फर्त्याल ने बताया कि छः महीने बाद ये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी तथा इनके समूह का नाम देवी मॉ स्वयं सहायता समूह रखा गया तथा इन्हें सक्रिय महिला के रूप में चुना गया।
उन्होंने बताया कि इनके समूह को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना द्वारा आर0एफ0 की धनराशि मिली व सी0सी0एल0 की धनराशि भी प्राप्त हुई। इनके समूह को आरसेटी हवालबाग के माध्यम से मशरूम की ट्रेनिंग दी गयी। इनके द्वारा मशरूम की खेती व मशरूम बेचने का कार्य किया जाता है जिससे साल में इनको रू0 35000.00 की आय हो जाती है। वर्तमान समय में इनके द्वारा मशरूम के साथ-साथ मधुमक्खी पालन का कार्य भी किया जा रहा है। शहद बचेने के उपरान्त इनको साल में रू0 200000.00 की आय हो जाती है। अपने व्यवसाय के साथ-साथ ये सी0आर0पी0 का कार्य भी करती है। इनके द्वारा वर्तमान समय में समूह व ग्राम संगठन का गठन किया जाता है तथा इस योजना के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।