
बागेश्वर दिनांक 22 जनवरी 2023 को एससी-एसटी इंप्लाइज फेडरेशन द्वारा जनपद बागेश्वर में *एससी एसटी कार्मिकों के समस्याएं एवं संवैधानिक अधिकार* विषय वैचारिक गोष्टी का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के *मुख्य अतिथि फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष करम राम
*विशिष्ट अतिथि श
संजय कुमार टम्टा प्रांतीय अध्यक्ष sc-st शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड*
एवं
फेडरेशन के प्रांतीय Sc-st
चंद्रशेखर
फेडरेशन कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष जी एल टम्टा रहे .
जनपद स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मंच पर आसीन sc-st शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरीश आगरी ,बामसेफ के जिला अध्यक्ष गिरीश चंद्र धोनी , महिला उपाध्यक्ष
शबनम सहित जनपद में विभिन्न विभागों के sc-st कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया.
बैठक में वक्ताओं द्वारा प्रदेश में जातिगत भेदभाव की बढ़ती हुई घटनाओं पर असंतोष व्यक्त करते हुए इसके लिए एक ठोस रणनीति बनाते हैं की बात कही.
इसके साथ ही इस बात पर असंतोष व्यक्त किया कि प्रदेश भर में उच्च पदों पर sc-st वर्गीय कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व लगातार न्यून होते जा रहा. सरकारों द्वारा वर्ष 2014 में मात्र 3 माह के लिए गठित इरशाद हुसैन कमेटी की रिपोर्ट को आज 9 वर्षों के बाद भी सार्वजनिक न करना सरकारों का इस वर्ग के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात है
रोस्टर को दोषपूर्ण तरीके से लागू करने से sc-st समाज के युवा वर्ग के लिए भर्तियों के अवसर लगातार कम होते जा रहे हैं.
निजी करण एक दोषपूर्ण प्रक्रिया है. इस दौर में यह लगातार बढ़ती जा रही है. सरकार जिस तेजी से सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण कर रही है. उससे sc-st समाज के लोगों का अहित हो रहा. सरकारी यदि सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण करना आवश्यक समझती है तो इसमें इन वर्गों के हितों को सुरक्षित रखा जाना चाहिए.
विगत कुछ वर्षों में प्रदेश के विभिन्न विभागों में उपनल वह आउटसोर्सिंग से 22000 से भी अधिक भर्तियां की गई है इन भर्तियों में इन वर्गों के प्रतिनिधित्व का ध्यान नहीं रखा गया है. आज यदि सरकार इन्हें स्थाई करती है तो इसमें एससी एसटी ओबीसी वर्ग के संवैधानिक कोटे का ध्यान रखा जाना चाहिए.
वक्ताओं द्वारा कहा गया कि सरकारों द्वारा कर्मचारियों के हित में राजस्थान छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी शीघ्र ही पुरानी पेंशन को बहाल किया जाना चाहिए.
बैठक में तय किया गया कि आगामी कुछ माह में प्रदेश के सभी संगठनों के साथ मिलकर एक वृहद कार्यक्रम रखा जाएगा. जिसमें sc-st कर्मचारियों वर्ग के समस्याओं पर विचार विमर्श करते हुए इनके क्रियान्वयन के लिए भरसक प्रयास किया जाएगा.
जिला स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश के 3 सबसे बड़े कर्मचारी संगठन इंप्लाइज फेडरेशन शिक्षक एसोसिएशन एवं बामसेफ के पदाधिकारियों का एक साथ मिलकर अपने संवैधानिक अधिकारों एवं समस्याओं विषयक विचार गोष्ठी मैं प्रतिभाग करते हुए प्रदेश भर में sc-st शिक्षक कर्मचारी वर्ग की एकता का संदेश दिया है. भविष्य में अन्य जनपदों में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा और इन वर्गों के संवैधानिक अधिकारों की प्राप्ति एवं समस्याओं के समाधान के लिए संगठित रूप से प्रयास किया जाएगा.
वैचारिक गोष्टी के द्वितीय सत्र में sc-st एंप्लॉय फेडरेशन की जिला कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष ठाकुर कुमार, महिला उपाध्यक्ष शबनम, महासचिव मनोज शिल्पकार, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार चुने गए सभी ने नव नियुक्त जिला कार्यकारिणी को बधाई दी!