
हरियाणा। जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल का धरना आज 192 वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता पाला प्रजापत प्यौदा ने की। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि हरियाणा सरकार को तुरंत जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के सदस्यों से बातचीत करनी चाहिए और जन शिक्षा अधिकार मंच की जायज मांगों को मान लेना चाहिए। आज धरने पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ नेता सुरेश उचाना भी पहुंचे, उन्होंने धरने पर उपस्थित साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर केवल सुरेश द्रविड़ का मुद्दा नहीं है, यह एक सामाजिक मुद्दा बन चुका है,अब इस मुद्दे से सामाजिक भावनाएं भी जुड़ गई है,अब सरकार को और कैथल पुलिस प्रशासन को इस आंदोलन को गंभीरता से लेना चाहिए, अन्यथा कैथल पुलिस और हरियाणा सरकार की बहुत बड़ी भूल होगी।
नार्दर्न रेलवे मेन्स युनियन जाखल शाखा के सचिव पंकज नैन ने अपने साथियों के साथ धरने पर पहुंच कर समर्थन दिया, उन्होंने जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि बंद किए गए कन्या स्कूलों को दोबारा खोला जाए, स्कूल मर्जर के नाम पर बंद किए गए स्कूलों को भी दोबारा खोला जाए, उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा देना सरकार की संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारी है। सरकार द्वारा इनसे किनारा करना उचित नहीं होगा।
अखिल भारतीय किसान सभा कैथल के जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि बसों के किराए में 50 प्रतिशत की छुट्ट को बुजुर्गों के लिए पेचीदा बनाना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा इस संबंध में लिए गए निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि ई-टिकटिंग मशीनों से बुजुर्गों को परेशानी होगी तथा इससे संबंधित कार्ड बनवाने के लिए पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करने में भी बुजुर्गों को परेशानियों एवं दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, सरकार को पहले से जारी छुट्ट व इस प्रक्रिया को जारी रखना चाहिए।
आज धरने पर जगरुप सिंह सहारन, गुरदेव नैन, सुरेश द्रविड़,पजाबा बड़सिकरी, शमशेर कालिया, महेंद्र कोच, जयसिंह देवबण, बलदेव सिंह मलिकपुर, बलवंत सिंह रेतवाल, सुखपाल कुलतारण, बलवंत राय धनौरी, रामदिया सौंगल, रणधीर ढुंढ़वा, जयपाल प्योदा,आभेराम कसान, हजूर सिंह सौंगरी,कलिराम प्योदा, जयपाल प्योदा,टिपू सामरिया आदि भी उपस्थित थे।