
कैथल जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 249 में दिन भी जारी रहा,धरने की अध्यक्षता राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य के वरिष्ठ उपप्रधान बलबीर सिंह ने की,बलबीर सिंह ने कहा कि कैथल पुलिस सुरेश द्रविड़ के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करें तथा शिक्षकों की जायज मांगों का तुरंत समाधान किया जाए। धरने पर ट्रेन हादसे के शिकार लोगों के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। धरने को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा कैथल के जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि देश के 22 वें विधि आयोग द्वारा केंद्र को दी गई सलाह संविधान विरोधी है,क्योंकि धारा 124 ए अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटती है,एक लोकतांत्रिक देश के लिए यह धारा उचित नहीं है। भारत के संविधान के अनुसार देश की जनता को सरकार की आलोचना करने का अधिकार है,यदि इस अधिकार को जनता से छिना जाएगा तो सरकारें तानाशाही की ओर बढ़ेगी,देश के खिलाफ और सरकार के खिलाफ दो अलग अलग बिंदु है। दोनों को एक जैसा नहीं समझना चाहिए। सरकार की नीतियों की आलोचना करना देशद्रोह नहीं हो सकता,देश के खिलाफ काम करना देशद्रोह हो सकता है। अतः केंद्र सरकार को इस सिफारिश को नजर अंदाज करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि शीर्ष अदालत ने सरकार के खिलाफ विरोध दबाने के लिए हो रहे इस कानून के दुरुपयोग पर भी चिंता जताई थी। आज के पड़ाव पर मास्टर रामशरण राविस,बलवंत सिंह जाखौली,मामचंद खेड़ी सिम्बल,हजूर सिंह सौंगरी,सतबीर प्यौदा,जयपाल प्योदा,मियां सिंह सौंगरी,सुरेश द्रविड़,जोगेंद्र कश्यप,सुखपाल मलिक खुराना,वीरभान हाबड़ी आभेराम, कसान आदि भी उपस्थित थे।