चमोली दिनांक 13 व 14 अगस्त 2023 को भारी वर्षा से दशोली ब्लॉक तहसील चमोली जिला चमोली गोपेश्वर मुख्यालय से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर अलकनंदा नदी के दाएं किनारे बसे लगभग 50 परिवारों का गांव दुर्गापुर ग्राम पंचायत बौंला पोस्ट छिनका इस गांव का पुनर्वास सन 1972 में किया गया था। सन 1970-71में विनाशकारी बाढ़ के भूधसाव से इनकी जो पुरानी बस्ती थी वो जमींदोज होने लगी। तत्कालीन जिला प्रशासन ने इन परिवारों का पुनर्वास सुभकोडी नामक तोक जो ठीक बिरही के सामने बसागत है 2013/14में विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना टी एच डी सी द्वारा अलकनंदा नदी में जल के वापस निष्कासन के लिए 8.8 मीटर व्यास की 3.07 किलोमीटर लंबी घोड़े की नाल की आकार वाली टेल रेस tanal का निर्माण दुर्गापुर गांव के नीचे भूमिगत टनल का निर्माण किया जा रहा है। कार्यदाई संस्था द्वारा भारी विस्फोटकों का प्रयोग किया जाता है। भारी कम्पन से यहां के आवासीय भवन गौशाला काश्त कारी जमीन में दरार आ चुकी है। दुर्गापुर बचाओ संघर्ष समिति किसान सभा मूलनिवासी संघ के बैनर तले यहां की जनता ने 2माह तक धरना दिया। कार्यदाई संस्थाद्वारा पुलिस के माध्यम से धमकाया गया न्यायालय से 20 लोगों पर समन जारी किया गया। टी एच डी सी के विस्फोटों से एक मकान पहले ही जमींदोज हो गया था। अब 13 व 14 अगस्त के भूस्खलन से पूरा गांव तहस नहस के हो चुका है। तहसील प्रशासन द्वारा कुछ परिवारों को प्रा0 वि 0 बौंला में कुछ परिवार बिरही में शिफ्ट किया गया। इस आपदा के लिए टी एच डी सी पूर्ण रूप से उत्तरदाई है। शासन प्रशासन व टी एच डी सी पूरे गांव का पुनर्वास करें।