पौड़ी गढ़वाल दिनांक 24 मई 2025 को अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन, पौड़ी गढ़वाल द्वारा एक ऐतिहासिक पहल करते हुए सायं 4:30 बजे जनपद की सात तहसीलों – पौड़ी, सतपुली, कोटद्वार, थलीसैंण, धुमाकोट, रिखणीखाल एवं यमकेश्वर – से एक साथ ज्ञापन सौंपा गया। अध्यक्ष जगदीश राठी ने बताया कि यह ज्ञापन वर्षों से लंबित मांगों, सामाजिक न्याय और अधिकारों के लिए एक संगठित आवाज था। ज्ञापन की प्रमुख मांगों में जस्टिस इरशाद हुसैन रिपोर्ट को सार्वजनिक करना, रोस्टर संबंधी समस्याओं का समाधान, पदोन्नति में न्यूनतम प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना, संगठन को विभागीय मान्यता देना, रिक्त पदों की शीघ्र पूर्ति करना और छात्रवृत्ति प्रक्रिया को सरल बनाना शामिल है। इस आयोजन में जिलाध्यक्ष जगदीश राठी के नेतृत्व में सैकड़ों शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। यह पहली बार था जब जनपद की सातों तहसीलों से एक साथ ज्ञापन सौंपा गया, जिससे संगठन की एकजुटता और प्रतिबद्धता का परिचय मिला। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि 7 जून तक वार्ता नहीं होती, तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी रूप लेगा।
यह संघर्ष केवल ज्ञापन तक सीमित नहीं है, बल्कि एक व्यापक सामाजिक चेतना और अधिकारों की पुनर्स्थापना की शुरुआत है।
सभी तहसीलों से सहभागी शिक्षकगण इस प्रकार रहे –
पौड़ी – महावीर चरण, राकेश भारती, सूर्य प्रकाश, सुशील चंद्र, चंद्रमोहन मुयाल, अनिल शाह, सुधीर चंद्र, चंद्र प्रकाश आदि।
सतपुली – धर्मवीर, राजेन्द्र छाबा, दिगम्बर आर्य, विजयलक्ष्मी, संतु दास, रविन्द्र कुमार, अखिलेश आदि।
कोटद्वार – जगदीश राठी, भारत भूषण शाह, सोहन लाल, मनोहर आर्य, अनूप पाठक, जितेन्द्र जंग, अमरदीप, सतीश चंद्र आदि।
थलीसैंण – हरीश चंद्र, किशन राठी, मनोज कुमार, मीरा टम्टा, संदीप कुमार, विक्रम चंदेल, लोकेश कुमार, अमित शाह आदि।
धुमाकोट – चमन गिरी, रोशन लाल, कैलाश चंद्र, हरीश कुमार, संजय कुमार आदि।
रिखणीखाल – सुदीप आर्य, भगत सिंह, रविन्द्र सिंह आदि।
यमकेश्वर (ऋषिकेश) – जे.पी. शाह, प्रमेन्द्र कुमार, सुरेश पाठक, लीलावती, मुकेश कुमार, दीपक कुमार आदि।

