बागेश्वर आज दिनांक 25 नवंबर 2023 को विक्टर मोहन जोशी स्मारक राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर में 26 नवंबर संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर के आयोजन में जिला स्तरीय भाषण सामान्य ज्ञान एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. भाषण प्रतियोगिता में हीना परिहार राजकीय इंटर कॉलेज रवांईखाल ने प्रथम स्थान कनिष्का,राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बागेश्वर ने द्वितीय स्थान एवं नायला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में कमलेश कुमार विक्टर मोहन जोशी स्मारक राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर ने प्रथम स्थान चंदन दानू ने दूसरा स्थान प्राप्त किया जबकि क्विज प्रतियोगिता में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बागेश्वर की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जिसमें नेहा रावत बबीता मेहता एवं खुशी ने अपनी टीम की ओर से प्रतिभागी किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बार एसोसिएशन बागेश्वर के जिला अध्यक्ष एडवोकेट विनोद भट्ट एवं दीपचंद जोशी के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. एडवोकेट विनोद भट्ट के द्वारा बताया गया हमारे देश का संविधान हमारे देश का सबसे पवित्र ग्रंथ है जिस प्रकार से वेद पुराण हिंदुओं का, कुरान मुसलमान का, बाइबल ईसाइयों का और गुरु ग्रंथ साहिब सिखों का पवित्र धर्म ग्रंथ है उसी प्रकार देश के सभी धर्म को मानने वालों का सबसे पवित्र ग्रंथ भारतीय संविधान है. हमें अपने संविधान का आदर करना चाहिए उसे पढ़ना चाहिए उसे समझना चाहिए उसके अनुरूप व्यवहार करना चाहिए. दीपचंद जोशी द्वारा कहा गया किसी भी देश व संस्था के नियमबद्ध तरीके से चलने के लिए एक संविधान का होना जरूरी है. जिस प्रकार से हम अपने अधिकारों की मांग करते हैं उसी प्रकार हमें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने संस्थानों को अपने देश के संविधान मैं बनाए गए नियमों का पालन करना चाहिए और अपने एक आदर्श नागरिक होने की भूमिका का निर्वहन करना चाहिए. बीएड प्रक्षिशु निशा परिहार एवं प्रियंका के द्वारा विस्तृत रूप से संविधान निर्माण की प्रक्रिया को प्रस्तुत किया गया.एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार टम्टा द्वारा संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन करते हुए संविधान के उद्देश्यों संवैधानिक मूल्यों और संवैधानिक दर्शन के बारे मैं बताते हुए कहां गया कि भारत के संविधान की सबसे बड़ी खूबी है कि अपने निर्माण कल से आज तक यह अनवरत इस देश के लोगों के आकांक्षाओं के अनुरूप आज भी टिकाऊ है। जबकि भारत के साथ-साथ आजाद हुए देशों के संविधान कई बार बने और कई बार बिगड़ चुके हैं लेकिन भारत का संविधान अपनी लंबी संवैधानिक यात्रा के साथ आज भी टिकाऊ है. देश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह अपने संविधान में दिए गए नियम कानून का अध्ययन करें उन्हें जाने समझे और उसके अनुरूप व्यवहार करें. संविधान दिवस के इस कार्यक्रम में गिरीश सिंह रावत, केदार राम एडवोकेट तनुज कन्याल, राजेश आगरी,हेमचंद्र जोशी, सुरेश राम, हेमलता लोहनी, दीक्षा दानू आदि शिक्षक उपस्थित रहे.