उत्तरकाशी जनपद उत्तरकाशी के विकासखंड मोरी के ग्राम सभा की कुमारी मीना को उनके द्वारा वंचित समाज की महिलाओं को उनके अधिकार और उनमें सामाजिक उत्थान के लिए दलित साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा माता सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया! आओ जाने कौन है कुमारी मीना कुमारी मीना के पिता सिंचाई विभाग में सरकारी सेवा में रहे हैं उनकी पोस्टिंग जिला उत्तरकाशी के मनेरी में होने के कारण इनकी प्रारंभिक शिक्षा मनेरी में संपन्न हुई है। महिलाओं को संविधान द्वारा प्रद्दत उनके अधिकारों के विषय में बताकर उन्हें जागरूक करना और पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के साथ हो रहे लिंग-भेद और हर प्रकार के शोषण एवं अत्याचार का विरोध इनके द्वारा समय-समय पर किय़ा जाता रहा है। इनके द्वारा हजारों महिलाओं से संपर्क कर उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग किय़ा जाता रहा है। तथा बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर के द्वारा बताएं गये मार्ग पर चलने की प्रेरणा महिलाओं को दी गई है। इनके द्वारा कर्मकांडों और अंधविश्वासों से दूर करने का प्रयास कर उनमें वैज्ञानिक चेतना विकसित कर जीवन का प्रथम उद्देश्य बता कर महिलाओं को सजग किया गया है। समाज में महिलाओं के प्रति एक स्वस्थ्य दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास करना। समाज में हो रहे किसी भी प्रकार के अन्याय के विरुद्ध लड़ना इनकी प्राथमिकता रही है। अपने मोरी तहसील में वंचित और शोषित वर्ग के साथ हो रहे अन्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना भी इनकी प्राथमिकता में से एक रही है। वीरांगना सावित्री बाई फुले राष्ट्रीय फेलोशिप अवार्ड मिलने से ई० सी एल भारती,गंगा स्वरूप,सुरपाल भारती,बीना भारती,विजय बिंगसारी,विधायक पुरोला दुर्गेस्वर लाल आदि कई गणमान्य लोगों ने इन्हें बधाई एवं शुभ कामनाएं दी।