कैथल हरियाणा आज दिनांक 25/01/2024 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 486 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता रिटायर्ड कर्मचारी नेता मास्टर रिसाल सिंह धनोरी ने की, उन्होंने आज इस अवसर पर कहा कि केंद्र सरकार व राज्यों की सरकारें आज राष्ट्रीय मतदान दिवस मना रही हैं, यह उचित नहीं है क्योंकि भारत के संविधान ने हमें वोट का अधिकार दिया है,जिसको हम संक्षिप्त रूप में मताधिकार कहते हैं,जिसको हम मत +अधिकार के तौर पर देख सकते है,जिसका अर्थ है कि बुद्धि का प्रयोग लेकिन मतदान का अर्थ ऐसा नहीं है,मत+दान,जिसका अर्थ है बुद्धि का दान अर्थात हमने बुद्धि को दान कर दिया और दान की हुई वस्तु पर हमारा कोई अधिकार नहीं रहता, जबकि भारत के संविधान ने हमको अधिकार दिया है, इस प्रकार मतदान दिवस मना कर मताधिकार के असली मकसद से हम दूर भाग रहे है जो कि किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। इसलिए केंद्र और राज्यों की सरकारों को मताधिकार दिवस मनाना चाहिए। आज पूरे देश में लाखों लोग ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं इसलिए जनतांत्रिक व्यवस्था लोगों के विश्वास पर खरी होनी चाहिए। अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव बलवंत धनोरी ने कहा कि कल कैथल शहर में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा जिसमें जन शिक्षा अधिकार मंच के सदस्य भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली में किसानों द्वारा एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा, केंद्र सरकार ने एम एस पी नहीं दिया तथा बिजली बिल 2023 भी वापिस नहीं लिया,इन किए गए वायदों से केंद्र सरकार मुकर गई है, इसलिए 16 फरवरी को भारत बंद किया जाएगा और सरकार को चेताया जाएगा। जन शिक्षा अधिकार मंच के संयोजक जयप्रकाश शास्त्री ने कहा कि जन शिक्षा अधिकार मंच आने वाले किसानों, मजदूरों के आंदोलनों में बढ़ चढ़ कर भाग लेगा और दिल्ली के आंदोलन में भी भाग लेगा। जन शिक्षा अधिकार मंच के सहसंयोजक बलबीर सिंह ने कहा कि स्वामीनाथन की रिपोर्ट को तुरंत लागू किया जाए, अन्यथा सभी किसान,मजदूर, कर्मचारियों के सभी संगठन मिल कर के लड़ेंगे और सरकार को झुकना पड़ेगा। मनोज बौद्ध ने आज इस अवसर पर कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करने वाले लोकतंत्र के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते, शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर एफआईआर दर्ज करके अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटा गया है।बलजीत किच्छाना ने कहा कि हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर को तुरंत रद्द करे अन्यथा बड़े आंदोलन को झेलने के लिए तैयार रहें। धरने पर आज नफा रामगढ़, बलजीत सांगन,केहर सिंह धनोरी, सतबीर प्यौदा, सत्यदेव,सोनू, राहुल कसान,हरदीप, गौरव जांगड़ा, वीरभान हाबड़ी, मामचंद खेड़ी सिम्बल, हजूर सिंह, मियां सिंह,भीम सिंह तितरम, ईश्वर चंदाना,ईशम सिंह आदि भी उपस्थित थे।