भिकियासैंण (अल्मोड़ा) बच्चों में सिनेमा की अवधारणा, बाल फिल्म के उद्देश्य एवं उनके सरोकारों से बच्चों को अवगत कराने के उद्देश्य से बुरांश सपोर्टिंग हैंड फाउण्डेशन द्वारा अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन टी एल सी सेंटर भिक्यासैन में दो दिवसीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया। बाल फिल्म महोत्सव में भिक्यासैन क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने प्रतिभाग किया। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रम ने मनोरंजन के साथ साथ बच्चों के सीखने सीखाने के नये आयामों को विकसित किया। इस बीच बच्चों से फिल्म की पटकथा, संवाद आदि पर विस्तृत चर्चा भी की गई तथा फिल्म के विषय के बारे में उनके विचार जाने गए। कार्यक्रम संयोजक हेमन्त कुमार ने बताया कि बच्चों को मनोरंजन के उद्देश्य से फिल्में दिखाने से बेहतर फिल्म के मूल अर्थ को समझाना बेहद जरूरी है, इस उद्देश्य से ग्रामीण परिवेश में बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया है। अभिषेक कुमार ने बाल मनोविज्ञान पर आधारित इन फिल्मों को बच्चों के परिवेशीय अध्धयन के लिए उपयोगी बताया। दो दिवसीय कार्यक्रम में समीर और किशोर सधवानी द्वारा निर्देशित फिल्म लड्डू, पिता पुत्री के बीच भावनात्मक संबंधों पर आधारित सुरेश एरीयाट द्वारा निर्देशित फिल्म टोकरी (The basket), अमोल गुप्ते द्वारा निर्देशित फिल्म स्टैनली का डिब्बा, आदि ज्ञानोपयोगी बाल फिल्में दिखाई गई। इस अवसर पर अभिषेक कुमार, हेमन्त कुमार, श्याम सिंह बिष्ट, शंकर दत्त फुलारा, कुमारी कविता, गीतांजलि, चंद्र शेखर नैनवाल तथा विभिन्न विद्यालयों के बच्चों आदि उपस्थित रहे।