सोनीपत हरियाणा ठेका सफाई कर्मचारी एकता मंच सोनीपत के क्रांतिकारी साथी 24 मई 2018 से आंदोलनरत है, हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा जारी हिदायतों का पालन सोनीपत के नगर निगम द्वारा नहीं किया जा रहा है, इस संबंध में प्रधान सचिव ने यादि क्रमांक 14/76/2018-4C-1 के माध्यम से विभिन्न पालिकाओं में मैन पावर सर्विस प्रोवाइडिंग एजेंसियों के माध्यम से कार्यरत सफाई कर्मचारीयों,सीवरमैनों, दमकल चालकों व फायरमैनों को संबधित पालिका के पे-रोल पर करने बारे, इस पत्र की इतनी स्पष्टता होने के बावजूद नगर निगम सोनीपत में कार्य कर रहे इन कर्मचारियों को आज दिनांक 02/11/2024 तक भी पे-रोल पर नहीं रखा गया, आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव द्वारा जारी पत्र की अवहेलना भी आखिर क्यों जारी है? दुखद बात यह है कि यह निर्णय 30/08/2019 को आयोजित हरियाणा की मंत्री परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लिया गया था, उस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटर थे, महत्वपूर्ण बात यह है कि कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लिया गया निर्णय आज तक लागू नहीं है, इसके साथ-साथ ये ठेका सफाई कर्मचारी आयुक्त नगर निगम सोनीपत, सहायक कमिश्नर EPFO सोनीपत, कार्यकारी अभियंता नगर निगम सोनीपत, संयुक्त आयुक्त नगर निगम सोनीपत, भाजपा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और भाजपा के विधायक निखिल मदान से भी निवेदन पत्र देकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन वही डाक के तीन पात वाली बात इनके साथ बनी हुई है। सोनीपत में नगर निगम 2015 में बना, इससे पूर्व यहां नगर परिषद होती थी। ठेका सफाई कर्मचारी एकता मंच के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मुकेश कर्मा का कहना है कि 24/05/2018 को नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के साथ हरियाणा सरकार का एक समझौता हुआ था, वह समझौता पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है लेकिन यह समझौता सोनीपत नगर निगम में अभी तक लागू नहीं किया गया है, उन्होंने कहा कि मैन-पावर में 311 कर्मचारी लगे हुए थे।