देहरादून चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान एवं भारतीय दलित साहित्य अकादमी के संस्थापक भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम जयंती को संयुक्त रूप से डाॅ. अंबेडकर भवन सेवला कलां देहरादून में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सभी उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम दोनों के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. जयपाल सिंह ने कहा कि चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती को अनदेखा करके हम मानव जगत के कल्याण के बारे में जो सोच रहे हैं वह कहीं ना कहीं अधूरा रहता है। उन्होंने कहा कि बाबू जगजीवन राम ने साहित्य अकादमी की स्थापना कर वंचित वर्ग को अपनी इतिहास एवं कार्यों को समाज एवं राष्ट्र के सामने रखने का अवसर प्रदान किया जिसके कारण आज वंचित समाज में जागृति आई है। राष्ट्रीय सामाजिक न्यायिक कृति मंच के अध्यक्ष नानकचंद ने कहा कि मानव मानव में भेद न करते हुए आज सभी को समान अवसर प्रदान कर समान सामाजिक न्याय प्रदान किए जाने की आवश्यकता है। ओबीसी एससी एसटी वैचारिक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एड. दिलीप चंद आर्य ने चक्रवर्ती सम्राट अशोक एवं बाबू जगजीवन राम के विभिन्न संस्करणों को सुनाया और सभी को उनसे प्रेरणा लेने की अपील की है। अंबेडकर युवक संघ के अध्यक्ष दिलेराम रवि व करमचंद सोशल जस्टिस फाऊंडेशन की चेयरपर्सन आशालाल भारतीय शूद्र संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीतम सिंह कुलवंशी बुद्धा एजुकेशनल ट्रस्ट के संस्थापक करताराम कीर्ति अकादमी के महासचिव चंद्रसेन व देवेंद्र सिंह बंटी सूर्यवंशी भारतीय बौद्ध महासभा के राज्य कोषाध्यक्ष मनोहर लाल चंद्रपाल सिंह ओम प्रकाश हरिचंद निमेष ताराचंद नत्थू सिंह रवि ओबीसी महासभा के अध्यक्ष रामबचन राजभर डॉ. वाई पी यादव द्वारिका यादव अनीता गौरव राजोरिया मदन लाल कोषवाल भागीरथ शाह लोकेश कुमार संजय कुमार आदि ने जयंती समारोह में अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं द्वारा दोनों महापुरुषों के द्वारा किए गए कार्यों को याद किया गया उनके योगदान की सराहना की गई और सभी से उनके बताए मार्ग पर चलने की अपील की गई।
संयुक्त जयंती समारोह का सफल एवं व्यवस्थित संचालन देवेंद्र सिंह ने किया।


