
बागेश्वर दिनांक 22 अक्टूबर 2022 को सायं 7:00 बजे से अनुसूचित जाति-जनजाति शिक्षक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा की अध्यक्षता में शिक्षक एसोसिएशन की नवनिर्वाचित प्रांतीय कार्यकारिणी की प्रथम ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई. बैठक में प्रांतीय कार्यकारिणी के समस्त पदाधिकारियों सहित दोनों मंडलों के अध्यक्ष सहित 13 जनपदों के अध्यक्ष महामंत्री कोषाध्यक्ष द्वारा प्रतिभाग किया गया. बैठक में प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा सर्वसम्मति से बनाए गए वार्षिक कार्य योजना को प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा प्रांतीय कार्यकारिणी सहित प्रदेश के दोनों मंडल 13 जिलों की जिला कार्यकारिणी सहित शिक्षकों के समक्ष प्रस्तुत प्रस्तुत किया गया. प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि शिक्षक एसोसिएशन प्राथमिक,जूनियर, माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शासकीय अशासकीय विद्यालय में कार्यरत एससी एसटी शिक्षकों का एकमात्र प्रदेश स्तरीय संगठन है. इस प्रकार का विभाग में यह एकमात्र शिक्षक संगठन है. शिक्षक एसोसिएशन शिक्षकों के संवैधानिक हितों की रक्षा के साथ ही प्रदेश भर में सरकारी स्कूलों की शैक्षिक उन्नति के लिए प्रयासरत रहेगा.
प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि सर्वप्रथम शिक्षक एसोसिएशन को प्रदेश भर मजबूत करने हेतु ब्लॉक स्तर से प्रयास करते हुए समस्त शिक्षकों को इससे जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि सरकारी स्कूलों के प्रति सरकारों की उदासीनता व निराशा के कारण लगातार छात्र संख्या घट रही है. आज से 20 -30 वर्ष पूर्व यही सरकारी स्कूल देश प्रदेश में बेहतरीन शिक्षा देते थे. सरकारी स्कूलों का शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन इतिहास रहा है. इन स्कूलों से पढ़े हुए छात्र आज देश-विदेश में उच्च पदों पर कार्यरत हैं. अब ऐसा क्या हो गया कि इन स्कूलों में इतनी गिरावट आ रही है. यह चिंतन का विषय है. देखा जाय तो इसका मुख्य कारण सरकारों की शिक्षा के प्रति उदासीनता है. दूसरा बड़ा कारन समाज के प्रभावशाली वर्ग द्वारा अपने बच्चों के लिए अलग से निजी स्कूलों को खड़ा कर उन पर सर्वाधिक बल दिया जाना है. परिणामत: आज सरकारी स्कूल गरीब, कमजोर और वंचित वर्ग की शिक्षा के एकमात्र केंद्र बनकर रह गए हैं. समाज के प्रभावशाली वर्ग की उदासीनता के चलते इनमें लगातार गिरावट आ रही है. शिक्षक एसोसिएशन सरकारी स्कूलों में शैक्षिक उन्नयन के लिए समय-समय पर विचार गोष्ठी करते हुए सरकारों को इनकी बेहतरी के लिए सुझाव देने के साथ ही स्वंय भी इसके लिए कार्य करने का प्रयास करेगा.
प्रदेश भर के आधे से अधिक प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षक के सहारे चल रहे हैं. जूनियर और माध्यमिक स्तर पर भी बड़ी संख्या में शिक्षकों, प्रधानाध्यापक और प्रधानाचार्य के पद लंबे समय से रिक्त चले आ रहे हैं. सरकारी स्कूलों में शिक्षा व छात्र संख्या में गिरावट का यह सबसे बड़ा कारण है. वास्तव में हमारी सरकारें यदि प्रदेश के सभी वर्गों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बारे में चिंतित हैं तो सर्वप्रथम स्कूलों की दशा को सुधारने के लिए प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के विद्यालयों में शिक्षकों प्रधानाध्यापक व प्रधानाचार्य के रिक्त पदों के प्रति शतप्रतिशत स्थाई नियुक्तियां व पदोन्नतिया की जानी चाहिए. प्रार्थमिक स्तर पर प्रत्येक विद्यालय में कम से कम तीन शिक्षकों की नियुक्ति अनिवार्य होनी चाहिए.
प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि शिक्षक एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही माननीय मुख्यमंत्री जी से वार्ता हेतु समय मिलने के बाद वार्ता करेगा. उनके समक्ष शिक्षक एसोसिएशन की ओर से शिक्षकों के हितों के साथ ही प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में शिक्षा की बेहतरी के लिए के लिए वार्ता की जायेगी एवं इन विषयों से संबंधित प्रस्ताव भी माननीय मुख्यमंत्री जी दिया जायेगा.
प्रांतीय स्तर की इस बैठक में प्रांतीय उपाध्यक्ष डीआर बाराकोटी, रघुवीर सिंह तोमर, सपना तोमर श्रीमती सुनीता आर्या, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आनंद सिंह विद्रोही आर.एल. आर्य ,गढ़वाल मंडल अध्यक्ष अनूप कुमार , कुमाऊं मंडल महामंत्री संजय बुद्धिस्ट, सहित देहरादून जिला अध्यक्ष जयपाल रडवाल, जिलाध्यक्ष हरिद्वार मेघराज, उधम सिंह नगर जिला अध्यक्ष हरि ओम, चमोली जिला अध्यक्ष दिनेश शाह, अल्मोड़ा जिला अध्यक्ष भोपाल प्रसाद कोहली, पिथौरागढ़ जिला अध्यक्ष अनिल कुमार, चंपावत जिला अध्यक्ष मदन आर्य, बागेश्वर के जिला अध्यक्ष हरीश आगरी, विवेकानंद टम्टा, गोविन्द प्रसाद, बी आर कोहली, सहित एसोसिएशन के संरक्षक भरत भूषण साह, सोहनलाल,संजय कुमार भाटिया सहित जनपदों के महामंत्री कोषाध्यक्ष एवं सक्रिय शिक्षक सदस्य उपस्थित रहे.