
बागेश्वर जवाहर नवोदय विद्यालय रायसेन मध्य प्रदेश के प्रधानाचार्य द्वारा संविधान दिवस पर विद्यालय में छात्र छात्राओं को संविधान रचना के विषय में गलत जानकारी देने को लेकर प्रधानाचार्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर अनुसूचित जाति जन जाति शिक्षक एशोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा के नेतृत्व में जिला अधिकारी बागेश्वर के माध्यम से केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ वीरेंद्र कुमार को ज्ञापन भेजा गया और ज्ञापन में कहा गया है कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के माध्यम से जानकारी मिली है. जवाहर नवोदय विद्यालय जिला रायसेन मध्य प्रदेश में 26 नवम्बर 2022 को संविधान दिवस पर विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार मिश्रा द्वारा सार्वजानिक रूप से बोलते हुए छात्र छात्राओं से पूछा गया. क्या आप जानते हैं भारत का संविधान किसके द्वारा लिखा गया ? इसके उत्तर में छात्रों ने एक स्वर में जवाब दिया कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा. प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों के इस जवाब को गलत भ्रामक बताते हुए कहा गया कि “डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा संविधान के एक लाइन भी नहीं लिखी गई. भारत का संविधान प्रेम बिहारी रायजादा द्वारा लिखा गया.”
सर्वविदित है कि प्रेम बिहारी रायजादा एक कैलीग्राफर थे जिनकी सुंदर हैंडराइटिंग के कारण संविधान सभा द्वारा संविधान को टाइप करने के बजाए उनसे हाथ से लिखवाया गया था. विदित है सभी लेखकों की पुस्तकें किसी अन्य द्वारा ही टाइप या लिखी जाती है.ऐसे में पुस्तक लेखक द्वारा ही लिखी मानी जाती है टाइपराईटर द्वारा नहीं. वीडिओ देखकर प्रतीत हो रहा है कि प्रधानाचार्य द्वारा डॉ आंबेडकर के प्रति सार्वजानिक कार्यक्रम में दुर्भावनावश जानबूझकर गलत और भ्रामक जानकारी दी जा रही है.प्रधानाचार्य द्वारा किया गया यह कृत्य भारत के संविधान और संविधान निर्माताओं के प्रति किया गया अनादर व अपमान है. एनसीआरटी सहित भारतीय संविधान के विभिन्न पुस्तकों में निर्विवाद रूप से संविधान निर्माण में डॉक्टर अंबेडकर के योगदान को देखते हुए उन्हें भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है. प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार मिश्रा द्वारा छात्रों के समक्ष सार्वजानिक रूप से दिए गए गलत एवं भ्रामक व्याख्यान से भारतीय संविधान पर विश्वास करने वाले और डा.अंबेडकर का आदर करने वाले समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है.
अतएव मान्यवर से अनुरोध है कि प्रधानाचार्य द्वारा जिम्मेदार पद पर रहते हुए छात्रों को जानबूझकर गलत और भ्रामक जानकारी देने के कृत्य में संबंधित प्रधानाचार्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है ज्ञापन देने वालों में अनुसूचित जाति जन जाति शिक्षक एशोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा, सुधीर कुमार, हरीश आगरी उपस्थित रहे।