
गैरसैंण। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बजट सत्र के दूसरे दिन आदिबद्री तहसील के केड़ा, पंडाव और बुराखोली के ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर विधानसभा के दोनों ओर से कूच किया, लेकिन एनएच 109 की तरफ से आए ग्रामीणों को विधानसभा से 11 किमी पहले जंगलचट्टी पुलिस बैरियर पर रोक दिया गया. जबकि, दूसरी तरफ चोरडा, छिमटा की ओर से आए ग्रामीण भराड़ीसैंण हैलीपैड के नजदीक तक पहुंचने में कामयाब रहे. वहीं, ग्रामीणों को मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने आगे बढ़ने से रोक दिया। जंगलचट्टी बैरियर पर तैनात मजिस्ट्रेट कमलेश मेहता ने नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं थे. जबकि भराड़ीसैंण हैलीपैड पहुंचे प्रदर्शनकारी भी मुख्यमंत्री धामी से मिलने की जिद पर अड़े रहे. संख्या बल में कम होने के बावजूद प्रदर्शनकारियों में उत्साह की कमी नजर नहीं आई।
अतिथि शिक्षकों ने भी किया विधानसभा कूच, पुलिस ने दुकमता सैंण बैरियर पर रोकाः चमोली के माध्यमिक अतिथि शिक्षक संगठन ने रामलीला मैदान में बैठक कर लंबित मांगों पर कार्रवाई नहीं किए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया. अतिथि शिक्षकों की तदर्थ नियुक्ति, नियुक्ति के दौरान प्रभावित होने पर ब्लॉक अटैचमेंट या सरप्लस व्यवस्था बनाए जाने, सालभर के 12 महीनों का वेतन भुगतान किए जाने, मातृत्व अवकाश दिए जाने और साल 2022 में आंदोलन के दौरान का वेतन दिए जाने समेत कई मांग दोहराई।