कैथल (हरियाणा) आज जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जिला सचिवालय कैथल में लगातार जारी धरने के 180 दिन पूरे हुए। इस धरने ने शिक्षा बचाओ,स्कूल बचाओ,देश बचाओ आंदोलन को मजबूत किया है। यह धरना चिराग योजना के विरोध में, कैप्ट पोस्टों के नाम पर शिक्षकों से किए जा रहे खिलवाड़ के विरोध में, कन्या स्कूल जो बंद किए गए हैं ,उनको दोबारा खुलवाने के लिए, सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर रद्द करवाने के लिए तथा राजद्रोह केस वापिस करवाने के लिए तथा मुख्याध्यापक सतबीर गोयत को बहाल करवाने के लिए यह धरना जिला सचिवालय कैथल में लगातार जारी है। इस धरने को बहुत सारे साथियों ने जहां धरने पर उपस्थित रह कर सहयोग किया है वहीं आर्थिक सहयोग भी दिया है। इस धरने पर विभिन्न जातियों एवं धर्मों के बुजुर्ग साथी एक साथ जाति और धर्म को दरकिनार कर हुक्का पी रहे है, हालांकि हुक्का पीना बहुत लोग इसको अच्छा नहीं मानते लेकिन हरियाणवी सभ्यता में यह एक मुख्य अंग रहा है। इस धरने पर साथियों के लिए चाय एवं रोटी की व्यवस्था भी की हुई है, और यह धरना दिन रात लगातार जारी है, यहां काफी बुजुर्ग रात में भी धरने पर उपस्थित रहते है। सर्दियों में ठिठुरती ठंड में, गिरते हुए तापमान में भी, बारिश और तुफान में भी यह धरना लगातार जारी है। यह धरना और भी कई मायनों में ऐतिहासिक बन गया है क्योंकि इस धरने को विभिन्न विचारधारा से संबंध रखने वाले सामाजिक, राजनैतिक और धार्मिक संगठन सहयोग कर रहे है, अनेक जातिय संगठन भी इस आंदोलन में सहयोग कर रहे है। कैथल जिले के किसानों के लगभग सभी संगठन तथा इस जिले के सभी शिक्षक संगठन भी इस आंदोलन में शामिल हैं।आने वाले समय में यह आंदोलन देश और दुनिया को नये आयाम देंगा। इस धरने पर विभिन्न विषयों पर समय समय पर चर्चा होती है। इस धरने पर अनेक महापुरुषों की जयंतियां भी मनाई जाती है। यह धरना अपने आप में एक जागृति की मिसाल बन गया है। धरना स्थल पर संविधान प्रदर्शनी भी लगाई जा चुकी है।इस आंदोलन के लिए सफल बनाने के लिए सहयोग कर रहे सभी साथियों का बहुत बहुत धन्यवाद। इस धरने और आंदोलन के लिए सहयोग कर रहे सभी साथियों का आभारी हूँ।