कैथल आज दिनांक 01/08/2023 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल का धरना आज 309 दिन पार कर गया, धरने की अध्यक्षता रिटायर्ड कर्मचारी संघ के नेता रामपाल रति व बालकिशन ने संयुक्त रूप से की, धरने को संबोधित करते हुए रामपाल रति ने कहा कि मेवात और गुड़गांव में करवाए गए दंगे मौजूदा सरकार की ओछी हरकत है। शोशल मीडिया पर दोनों तरफ से वीडियो वायरल हो रहे थे फिर भी हरियाणा सरकार और मेवात तथा गुरुग्राम के पुलिस प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। यहां यह सवाल उठता है कि क्या सीआईडी,आई बी, गुप्तचर विभाग तथा खुफिया एजेंसियों के पास इसकी जानकारी नहीं थी, मुस्लिम युवाओं ने भी वीडियो जारी करके सुरक्षा की भी मांग की थी लेकिन इसके बावजूद हरियाणा सरकार मुकदर्शक बनी रही,यह बेहद चिंताजनक सवाल है हरियाणा राज्य के लिए, हरियाणा के सीआईडी प्रमुख को भी जवाब देना चाहिए, उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि दंगे भड़काने वाले खुलेआम सड़कों पर उत्पात मचा रहे है, जबकि लड़कियों के स्कूलों को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले शिक्षक सुरेश द्रविड़ पर राजद्रोह जैसे मुकदमे दर्ज किए जा रहे है, सुरेश द्रविड़ के संबोधन से कोई दंगा नहीं हुआ लेकिन फिर भी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है और आज 309 दिन शांतिप्रिय धरने के हो गए है अभी तक भी सरकार और जिला प्रशासन ने इस पर अपनी कोई गंभीरता नहीं दिखाई, मौजूदा सरकार का यह गैर जिम्मेदाराना रवैया अलोकतांत्रिक चरित्र ही उजागर करता है ।हम जिला प्रशासन से आग्रह करते है कि सुरेश द्रविड़ के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द की जाए। अर्थात मणिपुर की घटना की अपेक्षा दूसरी घटनाओं पर समाज में चर्चा हो,हम इन घटनाओं की निन्दा करते है, सरकार संवैधानिक और लोकतांत्रिक चरित्र निभाने और दिखाने में पूर्ण रूप से असफल सिद्ध हुई है, इसलिए लोगों के भलाई के लिए प्रधानमंत्री को अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। प्रधानमंत्री जी देश की महिलाओं की सुरक्षा करने में असमर्थ रहे है। आज धरने पर रामशरण राविस, बलवंत रेतवाल, कलीराम प्यौदा, सतबीर प्यौदा, जयपाल फौजी, मियां सिंह, वीरभान हाबड़ी, आभेराम कसान, हुक्मचंद, ईश्वर सिंह आदि भी उपस्थित थे।

                        
 
 
 
 
 
 