
कैथल आज दिनांक 12/08/2023 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 320 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता मूलनिवासी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलकांत वर्मा ने की, कमलकांत वर्मा ने कहा कि नूंह पुलिस अधीक्षक ने भारत के संविधान के नागरिकत्व का हनन किया है, अच्छा होता कि वह दोनों समुदाय के खिलाफ व पक्ष में सम्मान व्यवहार करते लेकिन पुलिस अधीक्षक नूंह का एकतरफा व्यवहार प्रदेश के लिए चिंताजनक है,देश व प्रदेश में कहीं पर भी संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को संवैधानिक नैतिकता और संवैधानिक दायित्व को निभाना चाहिए और देश, प्रदेश के सभी नागरिकों को सम्मान बर्ताव करना चाहिए लेकिन नूंह पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया व्यवहार पक्षपातपूर्ण है, दोनों पक्षों के जो भी लोग इसके लिए दोषी है उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। इससे संबंधित निष्पक्ष जांच करनी चाहिए लेकिन केवल एक ही समुदाय के खिलाफ कार्रवाई करने से कहीं न कहीं संवैधानिक दायित्वों की अवहेलना होती है और एक सम्मान नागरिक के अधिकारों पर भेदभाव का सवाल खड़ा होता है,जिसकी भारत का संविधान इजाजत नहीं देता। सरकार को समाज के सभी वर्गों के साथ सम्मान व्यवहार करना चाहिए। एक पक्षीय कार्रवाई से संवैधानिक दायित्वों एवं संवैधानिक नैतिकता पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है। नूंह के पुलिस अधीक्षक को इससे बचना चाहिए। हमें भारत के संविधान का पालन करते हुए सभी नागरिकों के साथ सम्मान व्यवहार करना चाहिए,चाहे कोई मुस्लिम हो या फिर कोई हिन्दू, भारत के संविधान के अनुसार हिन्दू, मुस्लिम, सिख ईसाई, बौद्ध, फारसी ,जैन व अन्य धर्मों के भी सभी व्यक्ति भारत के नागरिक है और जो भारत के नागरिक है , संवैधानिक पदों पर बैठे हुए लोगों को संवैधानिक व्यवस्था का पालन करते हुए संवैधानिक दायित्वों का पालन करना चाहिए। धरने पर आज रामदिया छौत, मियां सिंह सौंगरी, सत्यपाल नौच,पाला राम तितरम, नरेश रोहेड़ा, सुरेंद्र रोहेड़ा, बलजीत तितरम, नारायण दत्त, रामपाल शर्मा, जयप्रकाश शास्त्री, मामचंद खेड़ी सिम्बल, वीरभान हाबड़ी, अमरनाथ किठानिया, शमशेर कालिया, सतबीर प्यौदा, जयपाल प्योदा,गोपी राम पेगा, सुरेश राविश, कृष्ण आर्य क्योड़क, सरदूल सिंह, रणबीर सिंह, भूपेंद्र सिंह,दल सिंह , गोपाल कश्यप आदि भी उपस्थित थे।