कैथल आज दिनांक 12/09/2023 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के धरने का 351 वा दिन हो गया है जिसमें राजद्रोह के लम्बित मामलों की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, राजद्रोह-124 ए कानून केस संवैधानिक बेंच को भेज दिया गया है, जिसके चलते कैथल के शिक्षक सुरेश द्रविड़ का मामला भी संवैधानिक पीठ सुनेगी, उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 23 सितंबर 2022 को कैथल में शिक्षक सुरेश द्रविड़ के खिलाफ थाना शहर कैथल में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया गया था, सुरेश द्रविड़ की ओर से डॉक्टर के एस चौहान वरिष्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट तथा एडवोकेट अजीत कुमार ऐका पेश हुए,152 साल पुराने राजद्रोह कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह कानून की वैधता की जांच को स्थगित करने के केंद्र के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है, क्योंकि नया कानून फिलहाल एक स्थाई समिति के सामने विचार के लिए लम्बित है, ऐसे में इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया जा सकता, 11अगस्त 2023 को गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में 163 साल पुराने 3 कानूनों में बदलाव के लिए बिल पेश किया था, इनमें राजद्रोह कानून खत्म करना भी शामिल था।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की दलिलों को नकारते हुए फिलहाल 124 ए के तहत ही सुनवाई करने का निर्णय ले लिया है और कहा है कि 124 ए से संबंधित जो केस है वो केस जारी रहेंगे और 124 ए को संवैधानिकता पर जांच की जाएगी, क्योंकि देश के अंदर बहुत लोगों का मानना है कि 124 ए संविधान विरोधी है और अभिव्यक्ति की आजादी को रोकती है। शिक्षा अधिकार मंच द्वारा सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर और राजद्रोह के विरोध में तथा अन्य मांगों के लिए जिला सचिवालय कैथल में लगातार जारी धरना आज 351 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर आज हजूर सिंह, सतबीर सिंह ,उषा रानी क्योड़क आशा वर्कर यूनियन से, पूनम कुलतारण, मीना संगतपुरा, मीणा देबन मैकेनिकल यूनियन से प्रधान शिव दत्त शर्मा, गजे सिंह, सुनील, अजय, ओमप्रकाश, ईश्वर सिंह, रणधीर डुंडवा, मामचंद खेड़ी सिम्बल, रामपाल आदि भी उपस्थित थे।

