अल्मोड़ा साहित्य का मूल उद्देश्य इस दुनिया को सुंदर दुनिया बनाना है। मानव की ऐतिहासिक त्रुटियों और समाज की विसंगतियों को दूर कर एक परिष्कृत समाज बनाना है। इधर ‘पहरू’ कुमाउनी पत्रिका के कार्यालय में दिनांक7 अगस्त 2024को युवा रचनाकार ललित तुलेरा कि ‘…और दुनिया सुंदर नहीं हुई’ किताब का विमोचन किया गया। यह किताब हिंदी कविताओं का संकलन है, जिसमें दुनिया के जरूरी मसलों पर कविताएं एकाग्र हैं। ललित तुलेरा ने बताया कि इस किताब को लिखने का उद्देश्य हमारी दुनिया की कमियां, मानव समुदाय में अज्ञानतावश दोहराए जा रहे गतिविधियों, मानव सभ्यता के ऐतिहासिक त्रुटियों और दुनिया में फैले भेदभाव, असमानता, अंधश्रद्दाओं पर प्रकाश डालना है। ललित तुलेरा की इससे पहले कुमाउनी में ‘जो य गङ बगि रै’, अलुणि (अनुवाद), आठ पीढ़ी कि वंशावली किताब प्रकाशित हो चुकी हैं। अभी वर्तमान में ‘पहरू’ कुमाउनी पत्रिका में उप संपादक हैं और लोक भाषा कुमाउनी के विकास और संवर्धन में जुटे हैं।
इस अवसर पर ‘पहरू’ संपादक डॉ. हयात सिंह रावत, साहित्यकार महेन्द्र ठकुराठी, उप संपादक- शशिशेखर जोशी, सेवानिवृत्त शिक्षिका माया रावत, असिस्टेंट प्रोफेसर रश्मि सेलवाल आदि साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।