अल्मोड़ा आज दिनांक 4 मार्च 2025 को विकासभवन सभागार में ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना-रीप / ग्रामोत्थान, द्वारा आयोजित प्रशिक्षण/कार्यशाला हुई आयोजित। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित, ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना, उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों में क्रियान्वित की जा रही है। यह परियोजना जनपद अल्मोड़ा के 11 विकासखण्डों में गतिमान है। उक्त परियोजना एनआरएलएम एंव रीप/ग्रामोत्थान द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की जा रही है। इसी क्रम में एनआरएलएम के माध्यम से गठित, जनपद के विभिन्न विकासखण्डों में 18 एलसी/सीएलएफ को रीप द्वारा अंगीकृत कर परियोजना कार्यों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम विकासभवन सभागार में दूसरे दिन के प्रशिक्षण/कार्यशाला का प्रारम्भ ग्रामोत्थान / रीप के सहायक प्रबन्धक संस्थाएँ एवं समावेशन द्वारा किया गया। जिसमें उनके द्वारा सीएलएफ के प्रत्येक कार्मिकों को उनके कार्य एवं दायित्वों की जानकारी प्रदान की गयी। कार्यशाला में आज 09 विकासखण्डों में गतित 18 एलसी/सीएलएफ के कार्मिकों जिसमें व्यवसाय प्रोत्साहक, लेखाकार, समूह प्रवर्तक (Group mobilizer) एवं अध्यक्ष / अध्यक्षा द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला के द्वितीय दिवस में परियोजना के कार्मिकों सहित जनपद के विभिन्न विकासखण्डों में कार्यरत प्रशिक्षित पशुसखियों में से वरिष्ठता सूचि के आधार पर 11 पशुसखियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें उप परियोजना निदेषक, डीआरडीए, एवं पशु चिकित्साधिकारी डॉ पैनी आर्या (मुख्य पशुचिकित्साधिकारी कार्यालय, अल्मोड़ा) द्वारा उक्त 11 पशुसखियों को पशु उपचार किट वितरित किये गये। जिसका उपयोग उक्त पशुसखियों द्वारा स्थानीय स्तर पर पशुचिकित्सकों के निर्देशन में पशुओं को चिकित्सा सेवा प्रदान की जायेगी जिससे ग्रामीणों को पशुपालन से सम्बन्धित पशु स्वास्थ्य सम्बन्धी सहायता प्रदान की जायेगी। उक्त कार्यशाला को आगे बढ़ाते हुए कार्यशाला में उपस्थिति प्रतिभागियों को सहायक प्रबन्ध-लाइवलीहुड द्वारा कार्मियों को परियोजना क्षेत्र में की जा रही कृषि सम्बन्धित गतिविधियों जैसे बीज, फसल चक्र, बीज की बुवाई, बीजों का रख-रखाव एवं बीज बैंक से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सहायक प्रबन्धक लेखा द्वारा सीएलएफ में कार्यरत् लेखा कार्मिकों को लेखा एवं दस्तावेजीकरण सम्बन्धी जानकारी प्रदान की गयी। सभी विशेषज्ञों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र की विशेषज्ञता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। उक्त प्रशिक्षण / कार्यशाला में जिला परियोजना प्रबन्धक ग्रामोत्थान/रीप, सहाक प्रबन्धक , सहायक प्रबन्धक लेखा, मूल्याकंन एवं अनुश्रवण, संस्था एवं समावेशन, सेल्स व मार्केटिंग, लाईवलीहुड, वैल्यूचेन एवं जिला मुख्यालय के अन्य कर्मचारियों आदि सहित लगभग 85 प्रतिभागी उपस्थित रहे।

