
पिथौरागढ़ आज दिनांक 9 जून 2025 को कुमाऊँ विश्वविद्यालय, पिथौरागढ़ परिसर के राजनीति विज्ञान विभाग के शोधार्थी सुंदर प्रकाश ने आज अपने PhD के अंतिम वायवा को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया। सुंदर ने अपना शोधकार्य डॉ मंजू आर्या के निर्देशन में सम्पन्न किया। सुंदर प्रकाश का शोध विषय “शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन” पर आधारित था। उन्होंने अपने शोध में इस कानून की व्यवहारिकता, क्रियान्वयन और प्रभाव का गंभीर अध्ययन प्रस्तुत किया। उनके शोध में यह दर्शाया गया कि कैसे यह अधिनियम प्राथमिक शिक्षा को प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार बनाता है, और इसके क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों की भी गहराई से पड़ताल की गई।
वायवा बोर्ड द्वारा सुंदर प्रकाश के शोध कार्य की सराहना की गई और उनकी विषय पर पकड़, शोध पद्धति एवं प्रस्तुति को उत्कृष्ट बताया गया। सुंदर प्रकाश ने बताया कि उनके जीवन की प्रेरणा महान विचारक डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गौतम बुद्ध रहे हैं। उन्होंने कहा, “डॉ. अंबेडकर और बुद्ध के विचारों ने मुझे शिक्षा के महत्व और सामाजिक न्याय की दिशा में सोचने और काम करने की प्रेरणा दी। मेरा यह शोध भी उनके सिद्धांतों से प्रेरित होकर समाज के वंचित वर्गों की आवाज़ को समझने और सामने लाने का प्रयास है।” वायवा बोर्ड द्वारा उनके शोध कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। सुंदर प्रकाश को पी एच डी उपाधि मिलने पर राजनीति विज्ञान विभाग के शिक्षकगण, शोधार्थियों, मित्रों और परिजनों ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर सुंदर प्रकाश को हार्दिक बधाई दी! इस सफलता के साथ ही सुंदर प्रकाश अब डॉक्टरेट की उपाधि के योग्य घोषित हो गए हैं। यह उपलब्धः पिथौरागढ़ परिसर और पूरे क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है। इस उपलब्धि पर राजनीति विज्ञान विभाग के शिक्षकगण, शोधार्थियों, और परिजनों ने उन्हें हार्दिक बधाई दी।और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ प्रेषित की है!