अल्मोड़ा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में उत्तराखण्ड राज्य के रजत जयंती समारोह में एकल गायन, संगीत वाद्ययंत्र, एकल नृत्य और समूह नृत्य को लेकर परिसर/ अन्तरमहाविद्यालयी प्रतियोगिता आयोजित हुई। रजत जयंती को लेकर विश्वविद्यालय में परिसर स्तरीय/ महाविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता हुई। आज परिसर स्तरीय प्रतियोगिता एकल गायन (उत्तराखंड के पारंपरिक लोकगीत), संगीत वाद्ययंत्र प्रतियोगिता, एकल/सामुहिक नृत्य (पारंपरिक/शास्त्रीय/फ्यूज़न) प्रतियोगिता आयोजित हुई। प्रतियोगिता में विभिन्न कलाकारों/विद्यार्थियों ने गायन, एकल गायन, सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी। विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने एकल/सामूहिक नृत्य, गायन प्रतियोगिता में भाग लिया। सामुहिक नृत्य में श्रेष्ठ तीन टीमों में लक्ष्मण सिंह महार परिसर, पिथौरागढ़, राजकीय महाविद्यालय कपकोट, सोबन सिंह जीना परिसर,अल्मोड़ा रहे। एकल नृत्य प्रतियोगिता में श्रेष्ठ तीन नर्तक प्रतिभा जोशी (अल्मोड़ा परिसर), नैना कलखुंडिया (लक्ष्मण सिंह परिसर,पिथौरागढ़), नेहा गढ़िया (राजकीय महाविद्यालय,कपकोट) रहे। संगीत वाद्ययंत्र प्रतियोगिता में श्रेष्ठ तीन वादक हिमांक राज (अल्मोड़ा परिसर), राहुल आर्या (राजकीय महाविद्यालय, रानीखेत), नितेश (राजकीय महाविद्यालय, बेरीनाग) रहे। एकल गायन में श्रेष्ठ तीन गायक प्रियांशु आर्या (लक्ष्मण सिंह महर परिसर, पिथौरागढ़), हिमांशु कुमार (एसएसजे परिसर,अल्मोड़ा), कमल कुमार (राजकीय महाविद्यालय रानीखेत) रहे। प्रतियोगिता में गायन प्रतियोगिता के लिए जीवन सिंह, राज तिवारी, वाद्य यंत्र के लिए सुनील कुमार, राजेन्द्र सिंह नयाल और एकल/सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में रंगकर्मी चंचल तिवारी और राजेन्द्र प्रसाद तिवारी ने निर्णय कर अपना सहयोग दिया इस अवसर पर नोडल अधिकारी प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट (परिसर निदेशक) ने सभी को अपना सहयोग देने के लिए और संस्कृति के संरक्षण के लिए सभी प्रतिभागियों के आभार जताया। इस अवसर पर संयोजक डॉ सबीहा नाज ने प्रतियोगिता की रूपरेखा प्रस्तुत की। सह संयोजक डॉ प्रियंका पांडेय ने व्यवस्थायें देखी। परिणामों का संकलन डॉ बचन लाल, डॉ. योगेश मैनाली ने किया। डॉ गोकुल देवपा ने मंच की व्यवस्थाएं देखी। संचालन प्रो संजीव आर्या, डॉ रवींद्रनाथ पाठक ने किया। इस अवसर पर आयोजन समिति की डॉक्टर प्रज्ञा वर्मा, डॉक्टर कुसुमलता आर्या, डॉक्टर गोकुल देवपा, सह नोडल अधिकारी लियाकत अली, डॉ सुनीता कश्यप, डॉक्टर सरिता पालनी, पूरन कनवाल, जयवीर सिंह, भीम सिंह, पर्यावरण प्रेमी महेश ने सहयोग दिया। आभार एवं परिणामों की घोषणा डॉ ललित जोशी ने की।

