कैथल जन शिक्षा अधिकार मंच का लघु सचिवालय कैथल पर चल रहा पड़ाव किसान सभा के जिला प्रधान महेंद्र सिंह व बलवंत धनोरी की अध्यक्षता में 130 वें दिन भी जारी रहा। आज के पड़ाव में किसानों के साथ-साथ मनरेगा मजदूरों ने भी पड़ाव में भाग लिया। इस अवसर पर रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रमेश हरित ने कहा कि हरियाणा सरकार सरकारी स्कूली शिक्षा में सुधार करने की बजाय इसे बर्बाद करने के लिए हर रोज नई नई योजना व काली शिक्षा नीति की अनुपालन में चिराग जैसी घातक योजना को लागू कर रही है। जिसके तहत सरकारी स्कूलों के बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ने पर उनकी फीस सरकार अदा करेगी तथा सरकारी स्कूलों का नाम बदलकर बनाए संस्कृति मॉडल स्कूलों में यदि बच्चे पढ़ेंगे तो अभिभावकों को फीस देनी होगी जो सरासर शिक्षा अधिकार कानून की उलंघना है। जिसके तहत कक्षा आठवीं तक के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का नियम है
आज के पड़ाव में किसानों के साथ साथ बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूरों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर गांव धुंधरेडी के मनरेगा मजदूर बलजीत व सुनील कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार सभी जन सेवा के विभागों को मजबूत करने की बजाय उन्हें बड़े बड़े पूंजीपतियों व कारपोरेट घरानों के हवाले कर जनता के हितों से खिलवाड़ कर रही है। जनता को मिल रही सुविधाएं परिवार पहचान पत्र में दर्शाई अधिक आय, बिजली के अधिक बिल आने व अन्य शर्तें थोप कर काटी जा रही हैं। मनरेगा मजदूरों को छह-सात महीनों से कोई कार्य नहीं दिया जा रहा। बार- बार मांग करने के बावजूद उसे
लागू नहीं किया गया। अगर जल्द ही मनरेगा मजदूरों की मांगों को लागू नहीं किया गया तो आने वाले प्र समय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर हजूर सिंह, मामचंद, बलवंत जाटान, भीम सिंह, रामदयाल सोंगल, बलवंत, राजवीर जखोली, प्रेम सिंह गुलियाना, लीलाराम पाई, संजीव बाता, मनरेगा मजदूर यूनियन के जिला प्रधान नरेश रोहेडा, मनरेगा मजदूर सुरेंद्र , बलजीत, हरपाल, सरोज बाला, सुनीता, ओमी देवी, महेंद्रो देवी, भतेरी देवी, गंगा, सुमन, पूजा, सोमवती, राजकुमारी व गुरमेल कौर आदि ने भाग लिया।