कैथल। धरने की अध्यक्षता अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की नेत्री रामकली जांगड़ा ने की। धरने को संबोधित करते हुए रामकली जांगड़ा ने कहा कि गुजरात राज्य में 2016 से 2020 तक 40000 से अधिक महिलाओं और लड़कियों का गायब होना बेहद ही चिंताजनक है यह आंकड़ा NCRB का है, इससे यह भी पता चलता है कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा देने वाले वास्तविक रूप में बेटियों के प्रति कितने ईमानदार है ? यदि सच में बेटियों के प्रति ईमानदार और गंभीर होते तो गुजरात राज्य में इतनी संख्या में लड़कियां गायब नहीं होती। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा में लड़कियों के 4801 मिडिल स्कूलों को बंद कर दिया गया, बेटियों के स्कूल बंद करने वाले बेटियों के प्रति ईमानदार नहीं हो सकते, बल्कि उनकी गैर जिम्मेदारी का सबूत सबके सामने है और गैर जिम्मेदार लोग कभी भी बेटियों की सुरक्षा नहीं कर सकते। इससे भी ज्यादा अचंभित करने वाली बात यह है कि लड़कियों के लिए स्कूल बचाने वाले शिक्षक साथी सुरेश द्रविड़ पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया गया है , स्थानीय कैथल पुलिस ने झूठ बोला कि हमने राजद्रोह का कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है जबकि स्थानीय कोर्ट से हमने इसके संबंध में जानकारी ली तो दस्तावेजों के आधार पर पाया कि सुरेश द्रविड़ पर अभी भी राजद्रोह का मुकदमा दर्ज है। पीपुल्स शोशल एक्शन कमेटी के क्लस्टर संयोजक सुभाष जांगड़ा ने कहा कि सरकार को सुरेश द्रविड़ से संबंधित एफआईआर को रद्द करना चाहिए और महिला पहलवानों के साथ भी न्याय करना चाहिए। देश की शान महिला पहलवानों को भी आज न्याय के लिए जंतर मंतर पर धरना देना पड़ रहा है इससे बुरी स्थिति देश के लिए और क्या हो सकती है ? उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों का आंदोलन देश का और देश की जनता का आंदोलन है। पुरे देश की जनता इसमें सहभागी होकर बता रही है कि यह एक जाति का आंदोलन नहीं है। सरकार को जनतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करना चाहिए और बृजभूषण शरण जैसे व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। आज धरने पर मास्टर रामचंद्र जाखौली, ओमप्रकाश बिघाणा, मास्टर रामशरण राविस,मेशी हरिपुरा, जगदीश उझाणा, कौशल्या देवी मलिक, मास्टर रिसाल सिंह धनोरी, सुखपाल खुराना,आभेराम कसान,हजूर सिंह सौंगरी, बलजीत नैन,मामराज खेड़ी सिम्बल,भल्ला राम प्योदा, रणधीर ढुंढ़वा,दुनीचंद तितरम, शमशेर तितरम,बीरभान हाबड़ी, बलवंत सिंह रेतवाल, कलीराम प्यौदा, जयपाल गिल प्योदा,भीम सिंह प्योदा, सतबीर प्यौदा, सुरेश द्रविड़, ईश्वर सिंह आदि भी उपस्थित थे।