मध्य प्रदेश बामसेफ का 33 वा दो दिवसीय राज्य अधिवेशन मध्य प्रदेश जिला खंडवा के कृषि महाविद्यालय के सामने लक्की गार्डन में केवल कार्यकर्ताओं के लिए एवं कार्यकर्ताओं द्वारा संवाद सुसंवाद करने एवं संगठन को आंतरिक रूप से बहुत मजबूत बनाने के लिए कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया । कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों के मूलनिवासी कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया
इस दौरान वक्ताओं ने समाज की उन्नति के लिए भारतीय संविधान सम्मान सुरक्षा और संवर्धन अर्थात BS4 जन जागरण अभियान पर बल दिया
अधिवेशन की प्रस्तावना राज्य अध्यक्ष भरत गोयल ने किया और कहा की देश की आर्थिक नीति वैसे ही हो जैसे संविधान की प्रस्तावना में हैं संविधान के भाग 4 नीति निर्देशक तत्व में जैसा वर्णित है वैसा ही समाजवादी संरचना हम चाहते हैं। इस देश में जैसे शिक्षा स्वास्थ्य रक्षा नीति हैं वैसे ही आर्थिक नीति की भी घोषणा शासन प्रशासन के माध्यम से होनी चाहिए.
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अध्यक्षता कर रहे हैं शत्रुजीत सिंह राष्ट्रीय संगठन सचिव बामसेफ ने कहा कि, अगर किसी संगठन में लोकतंत्र है तो निश्चित अवधि के लिए उसके अध्यक्ष और अन्य कार्यकारणी को बनाया जाता है. संगठन में यदि एक ही व्यक्ति अगर मरते दम तक पद पर बना रहता है तो वहां लोकतंत्र नहीं है!
अधिवेशन के कलाचार सत्र में मूलनिवासी सभ्यता संघ द्वारा जागृति गीत और लोक नृत्य का प्रदर्शन किया गया एवं प्रबोधन सत्र में मूलनिवासी बहुजन आंदोलन में महिलाओं की सहभागिता व लैगिक संवेदीकरण इस विषय पर विशेषज्ञ वक्ता वर्षा बोरकर,अरुणा तिरपुडे इनके भाषण के बाद डॉक्टर प्रोफेसर नीलिमा बागड़े का अध्यक्षीय भाषण हुआ जिसमे उन्होंने कहा की किसी भी सामाजिक लक्ष्य को प्राप्त करने में अगर आधी आबादी महिलाओं को सफलतापूर्वक शामिल किया गया तो वह लक्ष्य हम आधे समय में हासिल कर सकते हैं सहभागिता ना बढ़ने का मुख्य कारण ब्राह्मणी पितृसत्ता को बताया.अधिवेशन के समापन सत्र में बामसेफ प्रदेश कार्यकारणी की पुरानी कमेटी को खत्म कर नई कार्यकारणी बनाई गई जिसमे लोकतांत्रिक रूप से जिला सतना से राजीव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष बनाया गया