
कैथल आज दिनांक 25/08/2023 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 333 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता सतबीर प्यौदा व रिटायर्ड कर्मचारी नेता ईश्वर डांढा ने की, सतबीर प्यौदा ने इस अवसर पर कहा कि जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा पड़ाव से पता चलता है कि सरकार और प्रशासन के अधिकारी आम जनता के अधिकारों के प्रति कितने गंभीर है, यह अपने आप में बहुत ही गंभीर मसला है कि हमारा लोकतंत्र आज वर्तमान में किस दौर से गुजर रहा है, सभी राजनैतिक दल संवैधानिक नैतिकता का त्याग करके मनमाने तरीके से आचरण करेंगे तो भविष्य में देश की क्या स्थिति होगी,इसका अंदाजा आप आसानी से लगा सकते है।
श्रमिकों की बढ़ती बेरोजगारी, नौकरी छुटने और सभी आवश्यक व जरुरी वस्तुओं की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देश को कहां ले जायेगी, भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के संस्थापक सदस्यों में से एक रही है, लेकिन भारत सरकार वर्ष 2014 के बाद से सरकार द्वारा स्वीकृत आईएलओ कन्वेंशनों का पालन नहीं कर रही है। प्रथम कन्वेंशन सरकार को प्रतिदिन काम के 8 घंटे तक सीमित करने का आदेश देता है लेकिन केंद्र सरकार और राज्य सरकारें विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के इशारे पर इसे बढ़ाकर 12 घंटे कर रही है। ऐसी अनेक समस्याएं आज समाज में मौजूद है लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। है। धरने पर आज धुनी चंद, सतपाल किठाना, रामकिशन चंदाना, जयपाल गिल प्योदा, बलजीत नैन सच्चा खेड़ा, सत्यवान रोहेड़ा, मामचंद जांगड़ा, रोहतास चंदाना, मनोज बौद्ध, रोहतास मेहरा, रामेश्वर,पुनम, निर्मला, सुनीता, गीता, राजबाला, रीना, पिंकी, आशा आदि भी उपस्थित थीं।