कैथल (हरियाणा) दिनांक 05/11/2023 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 405 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता रिटायर्ड कर्मचारी नेता सतीश मेहरा ने की, सतीश मेहरा ने कहा कि हरियाणा सरकार को सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर को रद्द कर देना चाहिए,इतने लम्बे आंदोलन को इंसानियत और मानवता के नाते तथा लोगों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए हरियाणा सरकार को जन शिक्षा अधिकार मंच के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाना चाहिए। आज धरने पर आंध्र प्रदेश से पधारे मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर के तिलक कुमार ने जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा संचालित आंदोलन का समर्थन किया और इस आंदोलन के समर्थन में पूरे भारत में आंदोलन चलाने को कहा, लड़कियों के बंद किए गए कन्या स्कूलों को बंद करने की भी निंदा करते हुए कहा कि अभी हमारे देश में इंग्लैंड, अमेरिका जैसे हालात और सोच नहीं है, इसलिए अभी भी देश में लड़कियों के लिए अलग से स्कूलों की आवश्यकता है, लड़कियों के स्कूलों को बंद करने का हरियाणा सरकार का निर्णय सही नहीं है। आंध्र प्रदेश से पधारी डॉ पी कोमला ने कहा कि हरियाणा सरकार बंद किए गए लड़कियों के स्कूलों को दोबारा से खोले, उन्होंने जन शिक्षा अधिकार मंच के आंदोलन को प्रेरणादायक और प्रभावी बताया और कहा कि बुजुर्गों द्वारा इस धरने पर निरंतर बैठना और अनेक सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करना देश और समाज के लिए बेहद लाभदायक है। आने वाली पीढ़ियां इस आंदोलन का अनुशरण करेगी,इस आंदोलन का पूरे भारत में प्रचार प्रसार बढ़ रहा है, यह आंदोलन बहुत बड़ा सामाजिक परिवर्तन लेकर आएगा।
धरने को बामसेफ के प्रदेश अध्यक्ष एस पी कल्सन ने समर्थन देते हुए कहा कि हम इस आंदोलन में जन शिक्षा अधिकार मंच के साथ है और चिराग योजना में व्यापक सुधार करवाएंगे। हमारा किसी पार्टी विशेष से विरोध और समर्थन नहीं है बल्कि हम सामाजिक न्याय चाहते है, समाज से ऊंच नीच और गैर बराबरी की भावना को खत्म करना चाहते है, हरियाणा सरकार को सुरेश द्रविड़ को एक विरोधी के तौर पर नहीं देखना चाहिए बल्कि एक संविधान प्रेमी और देश प्रेमी के तौर पर देखना चाहिए। पीपुल्स लीगल सैल के हरियाणा प्रभारी एवं एडवोकेट सी आर नरवाल ने भी धरने का समर्थन किया, धरने पर आज विक्की रेवाड़िया, देवेंद्र जाडरा, मास्टर कर्मबीर रेवाड़ी, सुरेश द्रविड़, बाबूलाल कबीर पंथी, गुरदेव जांगड़ा, इंद्र सिंह धानिया, डॉ संजीव कुमार, सतबीर प्यौदा, महेंद्र सिंह, मामचंद, राजकुमार जांगड़ा पीडल, डॉ प्रेम, कर्मबीर टंडन,सुबे सिंह सरोहा, सोमबीर सरोहा, दिनेश कत्याल, सुरेश खिच्ची,आभेराम कसान, हजूर सिंह,भीम सिंह तितरम आदि भी उपस्थित थे।