हरिद्वार भारतीय दलित साहित्य अकादमी नई दिल्ली में 39 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में डॉ. परवीन नायडू को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर नेशनल फेलोशिप पुरस्कार से सम्मानित किया गया बता दें की डॉ नायडू मूल रूप से हरिद्वार जनपद के ग्राम दरियापुर दयालपुर पोस्ट हलूमाजरा तहसील भगवानपुर के निवासी हैं उच्च व्यवसाय शिक्षण होने के साथ साथ नायडू सामाजिक व शोधकार्ये में भी सम्मिलित है उलेखनिए है की डॉ नायडू ने लंबे समय तक ग्राम गढ़मीर हरिद्वार में निशुल्क भीम पाठशाला का संचालन किया इनके गांव मे ही डॉ.भीमराव अंबेडकर इन्टर कॉलेज में अध्यापन कार्य किया तथा बाद में धनौरी पीजी कॉलेज धनौरी में राजनीति विज्ञान विषय में अससिस्टेंट प्रोफेसर रहे इसके पश्चात उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित होने पर त्यूणी महाविद्यालय देहरादून में भी सेवाएं दी डॉ. नायडू का शोध हमेशा समाज के शोषित दबे कुचले सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित रहा और विभिन्न राज्य व राष्ट्रीय स्तर के संघटनों के साथ देश व समाज हित में उनके द्वारा कार्य किया जा रहा है,साथ ही साथ विभिन्न विश्व विद्यालयों में विभिन्न मुद्दों पर आयोजित सेमीनार में अपने शोध व विचारों से प्रभावित करते रहे हैं! और वर्तमान में भी समाज के शिक्षा के स्तर के सुधारों के लिए वह (डॉ भीमराव अंबेडकर सामाजिक व सोशल रिसर्च सेंटर) का स्वयं संचालन कर रहे है! उन को यह सम्मान मिलने पर उनके गाँव वालों ने उनके गाँव पहुंचने पर भव्य स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया!